मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बृहन्मुंबई महानगरपालिका की लापरवाही की बदौलत खुले नाले में गिरे डेढ़ साल के मासूम दिव्यांश सिंह का 4 दिन बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है. दिव्यांश का कोई सुराग खोज पाने में असफल फायर ब्रिगेड, महानगर पालिका, मुम्बई पुलिस और NDRF ने सर्च और रेस्क्यू आपरेशन 3 दिन बाद बंद कर दिया था. लेकिन परिवार, इलाके के लोगों के दबाव और मीडिया द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद बीएमसी ने एक बार फिर जगह-जगह नाले में दिव्यांश की खोजबीन शुरू की है.


4 दिन बाद भी खोजबीन टीम के हाथ खाली रह जाने से नाराज दिव्यांश के पिता सूरजभान सिंह सहित परिजनों और इलाके के लोगों ने स्थानीय दिंडोशी पुलिस स्टेशन के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. दिव्यांश के पिता ने पुलिस स्टेशन के बाहर जमीन पर बैठकर 'रघुपत राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम' भजन का जाप किया. दिव्यांश के पिता सूरजभान सिंह ने मांग की है कि जिस लापरवाही की वजह से उनका बेटा नाले में गिरकर बह गया उसकी जिम्मेदारी महापौर की है इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. साथ ही मुम्बई पुलिस से आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की.


दिव्यांश के पिता के धरने के बाद मुम्बई पुलिस ने सूरजभान सिंह से 24 घंटे का समय मांगा है. इस वादे के बाद दिव्यांश के पिता सहित परिजन घर लौट कर अपने मासूम की राह देख रहे हैं. गोरेगांव के अम्बेडकर नगर इलाके में रहने वाला डेढ़ साल का दिव्यांश बुधवार रात करीब पौने 10 बजे एक खुले नाले में गिर गया था. इस हादसे का पता तब चला जब दिव्यांश को खोजने के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी की जांच की गई, जिसमें दिव्यांश सड़क पर चलते हुए गलती से गटर में गिरते हुए देखा जा सकता है. सड़क किनारे बने एक इलेक्ट्रिक बॉक्स के पीछे खुला नाला, अंधेरा होने के कारण उसे दिखाई नहीं दिया और वह सीधे उसमें जा गिरा. इस घटना के बाद BMC के लापरवाह अधिकारियों सहित दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है.


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