Drugs Case: NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की शिकायत, कब्रिस्तान तक में भी पुलिस ने मेरी निगरानी की
Mumbai Drugs Case: एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने महाराष्ट्र पुलिस में शिकायत दी है कि उनपर निगरानी रखी जा रही है.
Mumbai Drugs Case: हाल ही में कॉर्डेलिया क्रूज पर छापेमारी कर चर्चा में आए एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने महाराष्ट्र पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि उनपर ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से नज़र रखी जा रही है. एनसीबी सूत्रों ने बताया कि वानखेड़े को दो मुंबई पुलिस के कर्मचारी सादे कपड़े में फ़ॉलो कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि ओशिविरा पुलिस के 2 पुलिसकर्मी उस क़ब्रिस्तान में भी गए जहां से उन्होंने CCTV फ़ुटेज लिया है, ताकि वानखेड़े के मूवमेंट का पता लगा सकें. वानखेड़े की मां का देहांत साल 2015 में हुआ था और तब से वो हमेशा क़ब्रिस्तान जाते रहते हैं.
इस संबंध में वानखेड़े ने एक सीसीटीवी फ़ुटेज को महाराष्ट्र पुलिस को अपनी शिकायत के साथ जोड़ा है. निगरानी को लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारियों ने मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की है.
2 अक्टूबर को एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एजेंसी की एक टीम ने कॉर्डेलिया क्रूज पर छापा मारा था. एजेंसी ने दावा किया कि छापेमारी में ड्रग्स जब्त किया गया है. इस मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इस छापेमारी के बाद महाराष्ट्र सरकार में शामिल शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने एनसीबी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने दावा किया था कि छापा फर्जी था और इसमें बीजेपी के नेता समेत कई बाहरी लोग संलिप्त थे.
यही नहीं मलिक ने आरोप लगाया है कि एनसीबी ने शुरूआत में जहाज से 11 लोगों को हिरासत में लिया लेकिन बीजेपी नेता मोहित भारतीय के एक करीबी संबंधी सहित उनमें से तीन को कुछ ही घंटों में छोड़ दिया. एनसीपी नेता ने कहा कि समीर वानखेड़े के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जानी चाहिए.
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