मुंबई में अलग-अलग कुल 12 जगहों पर हुए फ़र्ज़ी वैक्सीन मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही है. इसी जांच के दौरान पुलिस में शुक्रवार को दो मामलों में अपनी चार्जशीट दायर की है. यह दोनों ही मामले मुंबई के बोरिवली पुलिस स्टेशन में दर्ज हैं.
आपको बता दें की इससे पहले कांदिवली पुलिस ने इसी मामले में अपनी चार्जशीट दायर की थी. मुंबई पूलिस ने अब तक 3 चार्जशीट दायर किया है. सूत्रों ने बताया कि बोरिवली पुलिस ने अपनी दो चार्जशीट में क़रीब 900 लोगों के बयान जोड़े हैं. इनमें ज़्यादातर वो लोग हैं जिन्हें वैक्सीन लगाई है थी. पुलिस ने 4 से 5 विद्यार्थियों के बयान सीआरपीसी की धारा 165 के तहत दर्ज किए हैं और उन्हें सरकारी गवाह बनाया गया है.
बोरिवली पुलिस ने दर्ज किए दो मामले
बोरिवली पुलिस ने फ़र्ज़ी वैक्सीन की बात सामने आने के बाद कुल 2 मामले दर्ज किए थे जिनमें से एक मामला आदित्य कोलेज में हुए कैम्प को लेकर है तो दूसरा मामला मानसी शेयर्स एंड स्टोक एडवरटाईज़र में हुए कैम्प को लेकर हुआ था.
पुलिस के मुताबिक़ आदित्य कोलेज में हुए कैम्प में 214 लोगों ने वैक्सीन लगवाई थी. इस चार्जशीट में शिवम् अस्पताल के मालिक डॉक्टर मनीष त्रिपाठी, डॉक्टर शिवराज पटारिया और इनकी पत्नी नीता पटारिया को मुख्य आरोपी बताया गया है. इस मामले में दूसरा आरोपी महेंद्र सिंह, मोहम्मद करीम अली, राजेश पांडे, संजय गुप्ता, राहुल दुबे , चंदन सिंह और नितिन मोरडे हैं.
दूसरे मामले में दर्ज हुई 12 एफआईआर
वहीं दूसरे कैम्प के मामले में ट्रेवेल एजेंट श्रिकांत माने को मुख्य आरोपी बताया गया है. पुलिस ने बताया कि श्रिकांत माने ने मानसी शेयर्स एंड स्टोक एडवरटाईज़र के मालिक को इस कैम्प को आयोजित करने के लिए मनाया था. इसके अलावा इस मामले में दूसरे आरोपी महेंद्र सिंह, सीमा आहूजा, राजेश पांडे, संजय गुप्ता, करीम अली, डॉक्टर मनीष त्रिपाठी, डॉक्टर शिवराज पटारिया उनकी पत्नी नीता पटारिया हैं.
इस मामले में कुल 12 एफ़आईआर मुंबई पुलिस ने दर्ज की थी जिसमें कांदीवली, बांगुर नगर, खार, वर्सोवा, अंबोली, समतानगर, इसके अलावा एक मामला नवी मुंबई के रबाले पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई है.
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