बताया जा रहा है कि इमारत के अंदर फंसे लोग मदद मांग रहे थे, लेकिन मदद को कोई नहीं आया. आरोप है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी देरी से पहुंची थी. इमारत की तीसरी मंजिल पर उस वक्त चार लोग मौजूद थे, जबकि उसके ऊपर वाले कमरे में कोठारी नामक परिवार के सात लोग मौजूद थे.
घटना के बाद फायर ब्रिगेड ने 6 फायर फाइटर की मदद से करीब 30 मिनट में आग पर काबू पा लिया और अंदर फंसे दोनों कमरों के लोगों को बाहर निकाला. लेकिन तीसरी मंजिल पर रहने वाले कपासी नामक परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि ऊपर वाले कमरे में धुएं से बेहोश सात लोगों का इलाज मुकुंद और कूपर अस्पताल में चल रहा है.