मुंबई: मुंबई पुलिस एंटी नारकोटिक्स सेल ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बदला लेने के लिहाज से एनसीपी के एक नेता की गाड़ी में ड्रग्स रखने की साजिश कर रहे थे. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच का दायरा बढ़ा दिया है.
कैसे हुआ खुलासा?
एंटी नारकोटिक्स सेल के डीसीपी दत्ता नालावड़े ने बताया कि 9 जनवरी को उन्हें एक जानकारी मिली थी कि एक शख्स मुंबई के डोंगरी इलाके में ड्रग्स लेकर आने वाले है. इसके बाद आजाद मैदान पुलिस की एक टीम ने वहां ट्रैप लगाया और अयाज मंडविवाला नाम के शख्स को गिरफ्तार किया. उसके पास से 150 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुआ.
उससे पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि वह ड्रग्स किसी को बेचने के लिए नहीं बल्कि किसी की गाड़ी में रखने के लिए कहा गया था. आगे की जांच में पता चला कि जिसकी गाड़ी में ड्रग्स रखने को कहा गया यह वह एनसीपी के दक्षिण मुंबई सचिव विजय कोली हैं. इसके बाद पुलिस ने एक-एककर चार और लोगों को गिरफ्तार किया है.
एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम अब्दुल अजीज शेख उर्फ अज्जू, जफर शेख और आसिफ सरदार हैं. आरोप है कि अब्दुल ने अन्य आरोपियों को इस काम के लिए पैसे दिए थे, आसिफ ड्रग्स के खिलाफ मुहिम करने वाले एक एनजीओ का अध्यक्ष है.
आखिर क्यों ड्रग मामले में फंसाना चाहते थे?
नालावड़े ने बताया कि अब्दुल ताड़देव इलाके में अवैध झुग्गियों के नियमितीकरण की कोशिश में था और इसके खिलाफ विजय कोली शिकायत कर रहा था. इससे वह परेशान हो गया था और उसने कोली को ड्रग्स मामले में फंसाने की प्लानिंग की. अब्दुल ने पुलिस को यह भी बताया कि कोली के साथ उसकी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी.
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