Gold Theft From Mumbai: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने नौजवानों की एक ऐसी गैंग को पकड़ा है जो लोग कम समय में ज़्यादा पैसे कमाने के लालच में करोड़ों रुपए का सोना (Gold) और लाखों रुपए नगद मुंबई (Mumbai) के भुलेश्वर (Bhuleshwar) इलाक़े के एक बड़े ज्वेलर (jeweler) के लॉकर (Locker) से चुरा लिया. मुंबई पुलिस (Mumbai) के ज्वाइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) विश्वास नागरे पाटिल (Vishwas Nangre Patil) ने बताया की 14 जनवरी को ख़ुशाल टामका नाम के ज्वेलर ने शिकायत की थी. उन्होंने बताया था कि उनके ऑफिस (Office) के लॉकर से 8 करोड़ 19 लाख रुपए क़ीमत के सोने की ज्वेलरी और 8 लाख 56 हज़ार रुपए नगद चोरी हो गया.


चोरी के बाद एलटी मार्ग पुलिस में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ आपीसी की धारा 381, 201, और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया. इस मामले की जांच के लिए पुलिस ने 8 टीम बनाई और हर टीम में 4 पुलिसकर्मी थे इसके अलावा कुछ अधिकारी टेकनिकल काम कर रहे थे कुल मिलाकर क़रीब 40 पुलिसकर्मी इस मामले की जांच में लगाए गए. जब जांच के लिए पुलिस की टिम उस कार्यालय में गई तो पता चला चोरों ने कार्यालय से CCTV कैमरा और DVR भी चुरा लिया था फिर भी शहर के अलग अलग इलाक़ों के CCTV की जांच की गई तो आरोपियों का लिंक मिलना शुरू हुआ.


पाटिल ने बताया इस सोने के व्यापारी के पास पिछले 6 महीनो से काम कर रहे गणेश कुमार ने ही ये पूरी चोरी की प्लानिंग की थी. दरअसल, शिकायतकर्ता के पिता की हाल ही में कैंसर की वजह से मौत हो गई थी जिस वजह से वो बहुत ही व्यस्त थे इसी के चलते गणेश को कार्यालय की चाभी दे रखी थी और उसे पता था की कार्यालय में कहां क्या रखा है और इसी के बाद से उसने चोरी की प्लानिंग की अपने दोस्तों को जमा करना शुरू किया.


पाटिल ने बताया की इन लोगों ने चोरी के बाद एक ओला बुक की थी और ओला से पहले बोरिवली गए और वहां से दूसरी गाड़ी लेकर पालनपुर गए वहां से फिर गाड़ी बदली और रेवधर गए वहां से फिर गाड़ी बदली और फिर आबू रोड गए कहां पर एक फ्लाइओवर के नीचे खड़े होकर सोने को आपस में बाट लिया और अलग अलग जगह चले गए.


जांच के दौरान 18 जनवरी को पुलिस को लीड मिली और रेवधर राजस्थान से रमेश प्रजापति नाम के आरोपी को गिरफ़्तार किया जिससे पूछताछ की गई तो पता चला की उसने सोना खेत में गाड़ा है और वहां जाकर खुदाई की गई तो वहां से 4 करोड़ 15 लाख रुपए का सोना बरामद हुआ. दूसरी लीड 21 जनवरी को मिली और पुलिस की एक टिम हिम्मत सिंह, लोकेंदर राजपूत, प्रह्लाद चव्हाण, नाम के आरोपी को राजस्थान के सिरोही से गिरफ़्तार किया उनके पास से 66 लाख 40 हज़ार रुपए का सोना बरामद किया.


तीसरी लीड 22 जनवरी को मिली और फिर मस्टरमाइंड गणेश देवासी मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ़्तार किया और उसके साथी किसन चव्हाण और कैलास कुमार भाट जो की इंदौर में छिपे थे पुलिस के आने की जानकारी मिलने के बाद वो राजस्थान भागने लगे. फिर पुलिस की एक टिम फिर उनका पीछा करते करते उन्हें मध्य प्रदेश के ओझर से गिरफ़्तार किया उनके पास से पुलिस को एक करोड़ 78 लाख का सोना मिला.


पुलिस को चौथी लिड 24 जनवरी को मिली और फिर पुलिस की टिम ने श्याम लाल सोनी, विक्रम कुमार वास और उत्तम घांचि को राजस्थान से गिरफ़्तार किया. इन आरोपियों ने इस चोरी को अंजाम देने वाले आरोपियों को लिजिस्टिक और मदत की थी इनके पास से 48 लाख 65 हज़ार रुपए का सोना मिला.


पुलिस ने बताया की लोगों को सावधान रहना चाहिए और इस तरह के मूल्यवान वस्तु जहां भी रखी होती है उसी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी किसी को भी देने से पहले कई बार विचार करना चाहिए.


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