मुंबई के ESIC अस्पताल में लगी आग, 5 महीने की बच्ची समेत 8 की मौत
Mumbai hospital fire: केन्द्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने मुंबई के ईएसआईसी अस्पताल में भारी आगजनी में मारे गये लोगों के परिवार वालों को 10-10 लाख रूपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
मुंबई: मुंबई के एक अस्पताल में आग लगने की घटना में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर आठ हो गई. अधिकारियों ने बताया कि हादसे में घायल हुए लोगों में से दो की देर रात मौत हो गई. सरकारी ईएसआईसी कामगार अस्पताल में सोमवार को लगी आग में मरने वालों में पांच महीने की बच्ची भी शामिल है. बीएमसी की आपदा प्रबंधन इकाई के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘दमकल विभाग के तीन कर्मचारियों सहित कुल 176 लोगों का इलाज फिलहाल शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है.’’
उन्होंने बताया कि घायलों में 25 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. जबकि 26 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई थी. इस बीच, दमकल विभाग ने अस्पताल पर आग से निपटने की समुचित व्यवस्था नहीं रखने का आरोप लगाया है. अधिकारी ने बताया कि एक पखवाड़े पहले उन्होंने अस्पताल का दौरा किया था और वहां आग से निपटने की व्यवस्था सही नहीं थी.
मुआवजे का एलान केन्द्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने मुंबई के ईएसआईसी अस्पताल में भारी आगजनी में मारे गये लोगों के परिवार वालों को 10-10 लाख रूपये मुआवजा देने की घोषणा की है. श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने दुर्घटना में मारे गये लोगों के परिवार वालों को 10-10 रूपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. गंभीर रूप से घायल लोगों को दो-दो लाख रूपये और मामूली रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रूपया देने की घोषणा की है.
आंखों देखी आग लगने के बाद खिड़की तोड़कर बाहर निकलने वाली महिला भागा बाई शिंदे जो कल अस्पताल में भर्ती हुई थीं, आज इनका ऑपरेशन होने वाला था, इनके बेटे दीपक ने बताया कि मां अस्पताल की चौथी मंजिल पर थी, अचानक अस्पताल में अफरातफरी मच गई, हर कोई अपनी जान बचाना चाह रहा था, तभी अस्पताल की चौथी मंजिल पर धुआं भरने लगा था. सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो शिंदे ने खिड़की के शीशे को तोड़ दिया और बाहर आकर खड़ी हो गई. जिसके बाद फायर ब्रिगेड की मदद से उनको उतारकर कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
इसी तरह कुर्ला की रहने वाली आरती सुरेश कोठरकर भी इस असप्ताल में हर्निया का इलाज कराने आयी थी. कल उनकी दोनों बेटी पूजा और प्रिया भी उन्हें देखने आयी थी. इसी दौरान अस्पताल में आग लगी और जान बचाने के लिये दमकल की सीढ़ियों से उतर रही आरती कोठरकर की गिर कर मौत हो गयी और उनकी दोनों बेटी घायल हो गई.