बंद हो गई मुंबई की प्रतिष्ठित डबल डेकर ट्रेन, शनिवार को दी आखिरी सेवा; अब नए कोच के साथ फिर पटरी पर दौड़ेगी
Mumbai Double Decker Train Discontinued: पश्चिम रेलवे के अनुसार 4 जनवरी 2025 तक अपने नियमित समय के अनुसार इस ट्रेन ने सेवा देते हुए अपनी यात्रा समाप्त की. इसमें 18 कोच होते थे.
Mumbai Double Decker Train Discontinued: पश्चिम रेलवे की मुंबई में आखिरी नॉन-एसी डबल-डेकर कोच ट्रेन दो दशकों से अधिक की सेवा के बाद फाइनली बंद हो गई है. इस ट्रेन की सेवा को पश्चिम रेलवे ने शनिवार (4 जनवरी, 2025) से बंद कर दिया है. इसी के साथ भारतीय रेलवे में डबल-डेकर कोच ट्रेनों का एक युग समाप्त हो गया है.
पश्चिम रेलवे के अनुसार 4 जनवरी 2025 तक अपने नियमित समय के अनुसार इस ट्रेन ने सेवा देते हुए अपनी यात्रा समाप्त की. पश्चिम रेलवे के मुताबिक, यह ट्रेन, जो वर्तमान में 18 कोचों वाली रेक के साथ चलती थी, जो 5 जनवरी से 22 कोचों के पारंपरिक ICF रेक के साथ चलेगी, जो अभी कहीं और चल रही है. एक ICF ट्रेन पुरानी नॉन-एसी डबल-डेकर ट्रेन की जगह लेगी.
मौजूद रहे रेलवे कर्मचारी
शनिवार को आखिरी बार डबल-डेकर कोचों के साथ चलने वाली इस ट्रेन के रिटायरमेंट के दिन तमाम रेलवे कर्मचारी भी मौजूद रहे और इस ट्रेन को आज अंतिम विदाई दी गई. ट्रेनों में किए इस परिवर्तन का उद्देश्य मौजूदा डबल डेकर ट्रेन के यात्रियों को सुविधा देना है, जो मुंबई की ट्रेन सेवाओं की खास विशेषता रही है.
एक कोच में कितने यात्री करते थे सफर?
एक अधिकारी के मुताबिक, नए आईसीएफ रेक में सीटिंग की जगह के साथ साथ ऊपर के बर्थ की भी सुविधा होगी. खास बात ये है कि ये मौजूदा डबल डेकर ट्रेन के बराबर सुविधा देना. हर डबल डेकर कोच में 136 यात्रियों के बैठके की जगह होती थी. साथ ही गलियारों और ट्रेन के दरवाजों के पास की जगह को मिलाकर इसमें कुल 250 से 260 लोग आ जाते थे.
नए कोच में क्या होगा खास?
वहीं ICF जनलर कोट में बैठने के लिए 100 सीटे होंगी और ऊपर की बर्थ को मिला कर 60 और सीटें हो जाती है. इस हिसाब से ICF में बैठने के कुल क्षमता 160 लोगों की होगी. इसमें खडे होकर सफर करने वालों को गिना जाए तो वह भी 250 तक पहुंच जाते हैं. अधिकारियों की मानें तो जगह की कमी न हो ये देखते हुए रेवले ने चार अतिरिक्त कोच भी जोड़ने की प्लानिंग की है. इससे रेक का 18 कोच से बढ़कर 22 कोच का हो जाएगा.
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