नई दिल्ली: मुंबई के पालघर में बंद हो चुकी जेट एयरवेज के सीनियर टेक्नीनीशियन ने छत से कूदकर खुदकुशी कर ली. वह कैंसर के मरीज थे. बताया जा रहा है कि जेट एयरवेज के सीनियर टेक्नीनीशियन शैलेश सिंह को पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली थी. जिससे वह डिप्रेशन में चले गए थे. शैलेश सिंह को लंबे समय से कैंसर था और काफी समय से उनका इलाज चल रहा था. कीमोथेरेपी के बाद वह हाल ही में हॉस्पिटल से घर आए थे.
डिप्रेशन में थे जेट एयरवेज के कर्मचारी शैलेश सिंह- पुलिस
बता दें कि जेट एयरवेज 17 अप्रैल से बंद है. 22 हजार कर्मचारी अधिकारी पायलट, एयर होस्टेस सब बेरोजगार हैं. शैलेश की मौत के बाद पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘ वह कैंसर से पीड़ित थे और उनकी कीमोथेरेपी चल रही थी. प्राथमिक तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि बीमारी की वजह से वह डिप्रेशन में थे.’’
जेट एयरवेज बंद होने के बाद आत्महत्या का पहला मामला
वहीं, जेट एयरवेज स्टाफ एंड एम्पलॉइज एसोसिएशन ने बताया कि सिंह ‘आर्थिक दिक्कतों’ का सामना कर रहे थे क्योंकि परिचालन बंद करनेवाले जेट एयरवेज ने कई महीनों से अपने कर्मचारियों का वेतन अदा नहीं किया था. एसोसिएशन ने दावा किया कि एयरलाइन द्वारा परिचालन बंद करने के बाद कर्मचारी की आत्महत्या का यह पहला मामला है. सिंह के परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं.
रोजगार को लेकर कांग्रेस ने साधा मोदी पर निशाना
वहीं, जेट के कर्मचारी की खुदकुशी के मामले में कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ट्वीट करके कहा कि पीएम मोदी एक ओर रोजगार की बात करते हैं , लेकिन 22,000 कर्मचारियों और उनके परिवारों को निराशा में धकेलने के लिए उन्होंने जेट एयरवेज को खत्म हो जाने दिया. उन्होंने कहा, ''यह एक आपराधिक साजिश है, जिसकी जांच होनी चाहिए. पीएम मोदी को खड़े होकर कर्मचारियों और उनके परिवारों को जवाब देना चाहिए.''
केंद्र सरकार से मदद मांग रहे हैं जेट एयरवेज के कर्मचारी
बता दें कि जेट एयरवेज पर करीब 8 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है, जेट एयरवेज को कुल 15 हजार करोड़ रुपए चुकाने है. कंपनी के कर्मचारियों को पिछले 2-3 महीने से वेतन नहीं मिल रहा था. मुंबई में जेट एयरवेज के स्टाफ एसोसिएशन और अधिकारियों की मीटिंग में भी कोई बड़ा हल सामने नहीं निकला तो केंद्र सरकार से मदद मांगी गई.
कल जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर निकाला कैंडिल मार्च. कैंडिल मार्च निकालने वाले जेट के कर्मचारियों का कहना है कि लगातार गुहार लगाने के बावजूद सरकार ने एयरवेज को बचाने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया.
यह भी पढें-
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में 2 जवान शहीद, एक ग्रामीण घायल
पीएम की तुलना 'शिवलिंग पर बैठे बिच्छू' से करने वाले बयान पर शशि थरूर को नोटिस
हिमाचल के चंबा में निजी बस खाई में गिरी, आठ लोगों की मौत
गौतम गंभीर के खिलाफ FIR का आदेश, बिना इजाजत जनसभा करने का आरोप