Mumbai JJ Hospital Dermatology HoD Dispute: मुंबई के सरकारी अस्पताल जेजे हॉस्‍प‍िटल के डर्मोटोलॉजी डिपार्टमेंट के 21 रेजिडेंट डॉक्टर सामूहिक अवकाश ( Mass Leave) पर हैं. रेजिडेंट डॉक्टर यह हड़ताल अस्पताल में त्वचा रोग विभाग (Department of Dermatology) के प्रमुख डॉ. महेंद्र कुरा के विरोध में कर रहे हैं.


डॉक्टरों का आरोप है क‍ि डॉ. कुरा की वजह से कुछ मरीजों की मौत हुई हैं. वह रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ भी बुरी तरह से पेश आते हैं जिस वजह से जूनियर डॉक्टरों को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है. 


जेजे अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर और महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर के स्टेट प्रेसिडेंट डॉक्टर अभिजीत हेल्गे ने एबीपी न्यूज़ को बताया क‍ि पिछले दो दिनों से व‍िभाग के 21 च‍िकित्‍सक सामूहिक अवकाश पर हैं. उन्‍होंने बताया क‍ि डॉक्टर महेंद्र कुरा डर्मोटोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी हैं. वह जूनियर डॉक्टरों को फेल करने की धमकी देते हैं. साथ ही डॉक्टरों की सलाह को खार‍िज कर देते हैं. इन सभी कारणों से  जे.जे. अस्पताल के त्वचा रोग विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर जाने को मजबूर हुए हैं.  


अस्‍पताल को 21 द‍िसंबर तक का दिया समय  


उन्‍होंने कहा क‍ि 21 दिसंबर से जेजे अस्पताल के सभी 900 से ज्‍यादा रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे. अगर अगले दो दिनों के भीतर व‍िभागाध्‍यक्ष डॉ. कुरा के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया तो बाकी डॉक्‍टर भी उनके साथ खड़े होंगे.  


मामले पर की गई दो सदस्यीय कमिटी का गठन 


डॉक्टर अभिजीत ने बताया कि सरकारी अस्पताल के परिसर में 21 डॉक्टरों के काम पर नहीं जाने की वजह से ओपीडी (OPD) और वार्ड में मरीजों को खुद एचओडी महेंद्र कुरा के साथ-साथ असिस्टेंट और सीनियर डॉक्टर देख रहे हैं. उन्‍होंने कहा क‍ि गत 9 दिसंबर की डीन को पत्र लिखा गया था. 11 दिसंबर को डीन और अस्पताल ने एक कमिटी बनाने की बात कही. इस पर च‍िक‍ित्‍सा श‍िक्षा और शोध न‍िदेशालय (DMER) ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए दो सदस्यीय कमिटी का गठन क‍िया. 


21 दिसंबर से सभी रेजिडेंट के हड़ताल पर जाने की चेतावनी 


यह कमिटी पिछले कुछ दिनों से एचओडी के साथ मीटिंग कर रही हैं. लेकिन अभी तक रिपोर्ट सार्वजन‍िक नहीं की गई. इसीलिए अगर बुधवार (20 द‍िसंबर) तक डॉक्टर महेंद्र कुरा को डिपार्टमेंट से नहीं हटाया जाता है तो 21 दिसंबर से जेजे अस्पताल के सभी रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे. इससे अस्‍पताल की स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं और ओपीडी स‍िस्‍टम बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है. 


मह‍िला डॉक्‍टरों ने भी लगाए एचओडी के व्‍यवहार पर आरोप 


महिला रेजिडेंट डॉक्टर ने बताया क‍ि जिस तरीके से पुरुष डॉक्टर से बात करते हैं, उसी तरह से डॉक्टर महेंद्र मह‍िला च‍िक‍ित्‍सक स्‍टॉफ से बात करते हैं. इस तरह के व्‍यवहार का जूनियर डॉक्टरों के मानसिक स्वास्‍थ्‍य पर काफी असर होता है.  


एबीपी न्यूज़ ने जब इस मामले पर डॉक्टर महेंद्र कुरा का पक्ष जानने का प्रयास क‍िया तो उन्‍होंने कहा जब तक जांच सम‍ित‍ि की र‍िपोर्ट सामने नहीं आ जाती तब तक वह कोई जवाब नही देंगे. 


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