मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक ऐसे अपहरण का मामला सुलझाया है जिसमें अपहरणकर्ताओं ने एक करोड़ की फिरौती के लिए 12 साल के दो जुड़वा बच्चों को अगवा कर लिया. जांच के दौरान पता चला कि आने वाले कुछ दिनों में अपहरणकर्ता की बेटी की शादी है और उसे दहेज देने के लिए इसके पास पैसे नहीं थे. जोन 9 के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि हमने इस अपहरण के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और दोनों ही बच्चे सही सलामत है और अपने परिवार के साथ हैं. गिरफ्तार मुख्य आरोपी उसी परिवार का ड्राइवर है जिसने अपने मालिक के ही बच्चों का अपहरण करने की साजिश की थी. इस मामले में गिरफ्तार दूसरा आरोपी ड्राइवर का साला है.
कैसे घटना को दिया अंजाम?
रोजाना की तरह 25 जनवरी की शाम दोनों बच्चे जिनकी उम्र महज 12 साल है अंधेरी के मिल्लत नगर इलाके में स्थित वीबो टेनिस एकेडमी से निकल का अपने विलेपार्ले स्थित घर फॉर्च्यूनर कार जा रहे थे. उस समय आरोपी ड्राइवर ही उस फॉर्च्यूनर गाड़ी को चला रहा था. शाम को करीब 8 बजे जब उनकी गाड़ी जुहू पीवीआर के सामने पहुंची तभी अचानक से प्लानिग के मुताबिक ड्राइवर का साला गाड़ी रोक कर जबरजस्ती घुस गया और फिर ड्राइवर को चाकू दिखाया और उसे मारने की एक्टिंग करने लगा. उसी समय उसने एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से बच्चों की मां को फोन कर कहा कि बच्चे अगर जिंदा चाहिए तो एक करोड़ की फिरौती दो. फिर फोन काट दिया.
कैसे मामला सामने आया?
ड्राइवर को अपनी बेटी के दहेज के लिए पैसों की सख्त जरूरत थी. उसने पैसों के लिए अपहरण की एक्टिंग और धमकी वाला कॉल कर तो लिया पर इसके बाद वह डर भी गया. इसके बाद उसने दोनों बच्चों को जुहू इलाके में ही उतार दिया और फिर खुद ही पुलिस स्टेशन जाकर अपहरण की कहानी सुनाई.
आनन फानन में डीएन नगर पुलिस स्टेशन के इंचार्ज भरत गायकवाड़ ने हर तरफ अपनी टीम भेजी और बच्चों को खोजना शुरू किया और फिर दोनों बच्चे उन्हें सही सलामत मिल गए. इसके बाद पुलिस ने ड्राइवर के साथ पूछताछ शुरू की और तब उन्हें सारी सच्चाई का पता चला. इस मामले में फिर पुलिस ने आईपीसी की धारा 386,387,364 (A), 328, 363, 323, 504, और 506 (2) के तहत मामला दर्ज किया. पुलिस ने इसके बाद ड्राइवर के साले को भी गिरफ्तार कर लिया. दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों के क्राइम रिकॉर्ड की जांच की पर उनके खिलाफ कोई पुराना मामला नहीं मिला.
कांग्रेस ने किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा के लिए अमित शाह को बताया जिम्मेदार, मांगा इस्तीफा