ठाणे क्रीक फ्लेमिंगो के अधिकारियों ने इसकी वजह साफ पानी बताया है. पानी की गुणवत्ता में सुधार आने की वजह से हंसों की संख्या तेजी से बढ़ी है. फ्लेमिंगो के लिए पानी ही प्राथमिक भोजन है. इन हंसों की तस्वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरस हो रही है. लोग ऐसी तस्वीर देखकर काफी आश्चर्यचकित हो रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है उन्होंने इससे पहले कभी गुलाबी पक्षियों को इस तरह से झुंड में नहीं देखा है.
लॉकडाउन की वजह से पानी हुआ साफ
देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से पूरा देश साफ हवा में सांस ले रहा है. गंगा समेत तमाम छोटी-बड़ी नदियों का पानी साफ हो गया है. फैक्ट्रियों के बंद होने के चलते नदियों का पानी कम प्रदूषित हो रहा है. हालांकि, घरेलू सीवरेज की गंदगी अभी भी नदियों में ही जा रही है. लेकिन फैक्ट्रियों का कूड़ा-कचरा एकदम बंद हो गया है. इसीलिए पानी की गुणवत्ता में सुधार आया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, रियल टाइम वॉटर मॉनिटरिंग में गंगा नदी का पानी 36 मानिटरिंग सेंटरों में से 27 में नहाने के लिए उपयुक्त पाया गया है. उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई जगहों पर गंगा के पानी में काफी सुधार देखा गया है.