मुंबई: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक बाघिन की वजह से लोग दहशत में हैं. इस बाघिन ने अब तक 13 लोगों की जान ले ली है. अब इसे नरभक्षी घोषित करके पकड़ने के लिये एक बहुत बड़ा ऑपरेशन चलाया जा रहा है. T वन नामक इस बाघिन को वन विभाग जिंदा या मुर्दा पकड़ना चाहता है. वन विभाग के 100 से ज्यादा अधिकारी और शूटर की फौज इस बाघिन को पकड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं.


वन (वन्यजीवन) के प्रधान मुख्य संरक्षक ने बताया,''हम उसे पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हमने रणनीति बदल दी है और अब जहां भी बाघिन के आने की संभावना है वहां अब जाल लगाए जाएंगे. हमारा पहला प्रयास बाघिन को शांत करना होगा." इस बाघिन की तलाश पिछले 45 दिन से जारी है और इसमे 200 से अधिक लोग लगे हुए हैं. बाघिन को ढूंढने में ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.


वहीं दूसरी तरफ इस बाघिन को बचाने के लिए भी सोशल मीडिया और मुंबई की सड़को प्रदर्शन पर शुरू हो गया है. एनिमल एक्टिविस्ट सरकार वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं. उनका कहना है कि वन विभाग के पास कोई प्रूफ नही की 13 लोगो को उसी बाघिन ने ली है.


वन विभाग की तरफ से कहा जा रहा है कि इस इलाके में फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को ऐसे जानवरों से खतरा न हो इसलिए बाघिन को पकड़ने का ऑपरेशन चलाया जा रहा है . T वन बाघिन के साथ और भी जानवरों को उस इलाके से भगाने की कोशिश की जा रही है.


इन सब के बीच यहां रहने वाले लोगों को हरदम एक अंजाना डर सताता रहता है. सरकार के ऊपर वहां रहने वाले लोगों का दबाव है कि उस बाघिन पर काबू पाया जाए नही तो उस इलाके में और लोगों की जान जा सकती है.


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इस मामले को लेकर एनिमल एक्टिविस्ट कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं. लेकिन यवतमाल के बाघिन वाले इलाके में बढ़ती वारदातों को देखते हुए कोर्ट ने भी आदेश दिये हैं कि बाघिन को पहले तो पकड़ने का प्रयास किया जाये और जरूरत पड़े तो उसे मारा भी जा सकता है.