आरक्षण की मांग को लेकर मराठाओं के आंदोलन से धीमी पड़ी मुंबई की रफ्तार
ऐसी पहली रैली पिछले साल 9 अगस्त को औरंगाबाद में निकाली गई थी जिसके बाद प्रदेश के विभिन्न शहरों में इनका आयोजन किया गया. पिछले साल से अब तक 57 मार्च निकालें जा चुके है.
मुंबई: आज का दिन मुंबई के लिए भारी है. मराठा आंदोलन की वजह से मुंबईकरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. महाराष्ट्र का मराठा समाज अपनी मांगों को लेकर महाराष्ट्र के 57 शहरों में शांति मार्च निकाल चुका है. आज मुंबई में मराठा समाज का मूक प्रदर्शन हो रहा है. इस प्रदर्शन ने मुंबई की रफ्तार धीमी कर दी है.
गैंगरेप और मर्डर के आरोपियों को फांसी की सजा देने की भी मांग
मराठा समुदाय के लोगों का ये मार्ट भायखला जू से शुरू हो चुका है. युवाओं और महिलाओं सहित हजारों की तादाद लोग इस मार्च में शामिल हैं. मराठा समुदाय नौकरी और शिक्षा में 16 फीसदी आरक्षण के अलावा पिछले साल अहमदनगर के कोपर्डी में नाबालिग के गैंगरेप और मर्डर के आरोपियों को फांसी की सजा देने की भी मांग कर रहे हैं. यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है.
#WATCH Mumbai: Visuals of #MarathaKrantiMorcha rally demanding reservation pic.twitter.com/zCozsaeOek
— ANI (@ANI) August 9, 2017
मराठा क्रान्ति की इस बड़ी रैली में लाखों लोग शामिल हो रहे हैं. रैली भायखला में जीजामाता उद्यान से सुबह 11 बजे शुरू होगी और शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान में खत्म होगी. मराठा समुदाय आरक्षण समेत अपनी विभिन्न मांगों के लिए ‘सबसे बड़े’ मूक मराठा मार्च का आयोजन कर रहा है.
यह रैली समुदाय द्वारा निकाली जाने वाली मराठा क्रांति मूक मोर्चा के एक साल पूरा होने पर प्रस्तावित है. ऐसी पहली रैली पिछले साल 9 अगस्त को औरंगाबाद में निकाली गई थी जिसके बाद प्रदेश के विभिन्न शहरों में इनका आयोजन किया गया. पिछले साल से अब तक 57 मार्च निकालें जा चुके है. यह 58वां मार्च होगा.
विभिन्न मराठा समूहों को एकजुट करने वाला सकल मराठा समाज इस कार्यक्रम का आयोजक है. इस मार्च को देखते हुए मुंबई शहर के स्कूल आज बंद रहेंगे जबकि सबअर्बन इलाके के स्कूल खुले रहेंगे. इसके साथ ही मुंबई के डब्बावाले भी इस मार्च के समर्थन में और इसमें हिस्सा लेने के लिए आज काम नहीं करेंगे.