Mumbai Mira Road Murder Case: एक महिला समेत चार बच्चों बच्चों की निर्मम हत्या के मामले में मीरा-भायंदर वसई विरार (MBVV) पुलिस ने 28 साल बाद तीन में से एक आरोपी को गुरुवार के दिन मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पकड़ा.
मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली जब काशीमीरा पुलिस ने पुराने मामले को फिर से खोला. 17 नवंबर- साल 1994 को तीन लोगों ने कथित तौर पर एक 27 वर्षीय महिला, चक्रमदेवी प्रजापति और उसके चार नाबालिग बच्चों- प्रमोद (5), पिंकी (3), पिंटू (2) और तीन महीने के बच्चे पर हमला किया और बेरहमी से मार डाला था. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए थे.
पिछले साल फिर से शुरू हुई थी जांच
पिछले साल जब इस मामले की जांच एक बार फिर से शुरू की गई तो पुलिस को जानकारी मिली कि तीनों फरार आरोपियों में से एक आरोपी राजकुमार अमरनाथ चौहान उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले का रहने वाला है. जानकारी मिलने के बाद मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस ने वाराणसी पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू की. पुलिस जांच में पता चला कि राजकुमार चौहान हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद उत्तर प्रदेश लौट आया था.
28 साल बाद मिली पुलिस को सफलता
आरोपी राजकुमार अमरनाथ चौहान बीते कई सालों से कतर में एक निजी कंपनी में काम कर रहा था. पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि राजकुमार हर 2 साल में अपने गांव आया करता था. राजकुमार आखिरी बार साल 2020 में अपने गाँव आया था. इसके बाद मुंबई हवाई अड्डे के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों की मदद से एमबीवीवी पुलिस की टीमें उसके इंतजार में थीं. गुरुवार को देर रात सफलता मिली. 28 साल पुराने मामले के आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया. एमबीवीवी पुलिस हत्या में शामिल अन्य दो आरोपियों की तलाश में जुटी है.
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