मुंबई: मुंबई के एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर हुए हादसे को लेकर आज राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राज ठाकरे ने रेलवे को स्थिति सुधारने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है. राज ठाकरे ने चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों में रेलवे परिसर में मौजूद फेरीवालों को नहीं हटाया गया तो 16वें दिन मेरी पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें हटाने का काम करेंगे.


राज ठाकरे ने कहा, ‘’मुझे जानकारी है कि सुरेश प्रभु ने बुलेट ट्रेन का विरोध किया था तो उन्हें हटाया दिया गया और पुरुष गोयल को लाया गया. जो विरोध करते हैं उनको बाहर कर देते हैं.’’ उन्होंने कहा है, ‘’ हमने रेलवे से निवेदन किया है. रेलवे को लेकर लोगों में गुस्सा है. जो पिछली सरकार में समस्या थी, वही समस्या इस सरकार में भी है. लोगों में इतना डर है कि वह घर से निकलने के बाद वापस घर नहीं पहुचेंगे.’’


 


राज ठाकरे ने आगे कहा, ‘’मोदी सरकार ने देश के साथ विश्वासघात किया है. लोगों ने प्यार से मोदी को सत्ता दी थी, लेकिन क्या हुआ है? उन्होंने कहा था कि देश के हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए आएंगे लेकिन बाद में कह दिया कि वह तो सिर्फ एक जुमला था.’’

इतना ही नहीं राज ठाकरे ने यह भी कहा कि आज का मोर्चा शांति से निकाला है. अगर आप वर्तमान स्थिति में सुधार नहीं करेगें तो अगला मोर्चा शांति पूर्वक नहीं होगा.’’

 




बता दें कि 30 सितंबर को राज ठाकरे ने इस मुद्दे पर आंदोलन का ऐलान किया था. राज ठाकरे ने सरकार को धमकी भी दी थी कि अपने आंदोलन में मनसे मुंबई में बुलेट ट्रेन का विरोध करेगी. राज ठाकरे ने तो यहां तक कह दिया था कि जब तक मुंबई में रेलवे के हालात नहीं सुधरेंगे तब तक उनकी पार्टी मुंबई में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की एक ईंद तक नहीं रखने देगी.

सरकार को सवालों के घेरे में लेते हुए राज ठाकरे ने कहा था, ''हमें आतंकवादियों की क्या जरूरत? ऐसा लगता है कि लोगों को मारने के लिए हमारे यहां रेलवे ही काफी है.''