मुंबई: मुंबई एनसीबी ने एक ऐसे ड्रग पैडलर को गिरफ्तार किया है जो पेशे से टैटू आर्टिस्ट है और अपनी टैटू की दुकान से ही ड्रग्स का काला कारोबार चलता था. उसने अपने ड्रग्स के कस्टमर्स के लिए ड्रग्स के कोडवर्ड भी बनाकर रखे थे.
एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनकी टीम ने बीती रात मुंबई से सटे विरार में रेडकर इस टैटू आर्टिस्ट को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपी का नाम रोहित वाघेला है. रोहित के पास तीन तरह के ड्रग्स मिलते थे, जिसमें एमडी, एलएसडी, और कोकेन शामिल है.
30 सेकंड की बातचीत
रोहित ने काफी फिल्में देखी है. उसे फिल्में देखकर पता चला कि 30 सैकंड से कम अगर फोन पर बातचीत की जाए तो कोई एजेंसी उसकी लोकेशन का पता नहीं लगा पाएगी. इसी वजह से वो अपने कस्टमर्स से 30 सैकंड से कम समय ही बातचीत करता था. उनकी ड्रग्स की जरूरत का ऑर्डर लेता और उन्हें उसकी कीमत बताता था. रोहित इतना शातिर था कि वो अपने ग्राहकों से ड्रग्स की डीलिंग मात्र 30 सेकंड में ही पूरी कर लेता था.
ड्रग्स के कोडवर्ड
रोहित को पता है कि नार्कोटिक्स के धंधे में किसी पर विश्वास नहीं कर सकते हैं. कौन कब फोन रिकॉर्ड कर पोल खोल दे, यह पता नही. इसी के चलते उसने अपने हिसाब से ड्रग्स के कोड बनाए थे. वो एलएसडी ड्रग्स को पेपर बोलता था जैसे कि एक पेपर चाहिए, दो पेपर चाहिए यानी कि एक ब्लॉट एलएसडी, दो ब्लॉट एलएसडी.
वो एमडी यानी कि मेफीड्रोन को दवाई बोलता था. ऐसे में इसके ग्राहक ऑर्डर देते समय कहते थे तबीयत खराब है, दवाई एक ग्राम पावर वाली, दो ग्राम पावर वाली. यानी कि एक ग्राम एमडी, दो ग्राम एमडी चाहिए. वहीं उसने कोकेन को स्टोन नाम दिया था.
वहीं एनसीबी को यह भी जानकारी मिली है कि रोहित अपने खास और पुराने ग्राहकों के लिए बाकायदा रेव पार्टी भी अपने ही घर पर रखता था. फिलहाल रेव पार्टी से जुड़े सबूतों को एनसीबी तलाश कर रही है.