मंबईः एनसीबी ने एक ऐसी गैंग का पर्दाफाश किया है जो ड्रग्स से केक बनाते थे और फिर उसे सोशल मीडिया के माध्यम से अपने ग्राहकों को बेचा करते थे. एनसीबी के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया की उन्हें जानकारी मिली थी कि एक गैंग है जो कि ड्रग्स का इस्तेमाल कर केक बनाती थी और फिर उसे हाईप्रोफाइल ग्राहकों को बेचा करती थी.


इस मामले में एनसीबी ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, इन आरोपियों का इंस्टाग्राम पर एक पेज है जहां पर ये लोग अपने केक का प्रचार करते थे और फिर पर्सनल मैडेज (डीएम- डिरेक्ट मैसेज) के माध्यम से जिन ग्राहकों को ड्रग्स वाला केक चाहिए होता था उनसे सीधे ऑर्डर ले लेते थे.


एनसीबी को वहां से 830 ग्राम एडिबल विड पॉट बरौनी जिसे एडिबल कैनेबी भी कहते हैं मिला उसके साथ ही 160 ग्राम मैरुआना भी बरामद हुआ. उस बेकरी से एनसीबी ने एक महिला और उसके साथी को गिरफ्तार किया जिसका नाम इल्सटॉन उर्फ फर्नांडिस है.


पूछताछ के दौरान एनसीबी को इनके ड्रग सप्लायर की जानकारी मिली जिसे जिसका नाम जगत चौरसिया है एनसीबी ने उसे बांद्रा इलाके से 125 ग्राम मारिजुआना के साथ गिरफ्तार किया.


कैसे बेचा जाता था ड्रग्स?


एनसीबी ने बताया कि ये लोग सोशल मीडिया पर सीधे ऑर्डर लेते थे और एक किलो केक के लगभग 10 टुकड़े किये जाते थे और हर टुकड़ा लगभग 1000 रुपये में बेचा जाता था. यह भारत का पहला मामला बताया जा रहा है जहां ड्रग्स पेडलर ड्रग्स से बने केक ग्राहकों को बेच रहे थे.


पूछताछ में पता चला कि ये आरोपियों ने इंटरनेट का इस्तेमाल कर इस तरह के ड्रग्स से केक बनाना सीखा था, और वे पिछले एक साल से ड्रग्स का केक का बिजनेज कर रहे थे. एनसीबी को उनके पास से ग्राहकों की लिस्ट मिली है जिसकी जांच अब एनसीबी कर रही है.


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