Mumbai Crime : मुंबई में 23 जनवरी के दिन स्पेशल 26 फिल्म की तरह झावेरी बाज़ार में कुछ लोगों ने दोपहर के समय फर्जी ईडी के अधिकारी बनकर छापेमारी कर दी और एक व्यापारी की दो दुकानों से करोड़ों का माल लेकर रफूचक्कर हो गए. लूट की ये पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. इसमें फर्जी ईडी अधिकारियों को देखा सकता है जो असल में लुटेरे हैं. जो लूट की वारदात को अंजाम देकर बैग के साथ निकलते नजर आ रहे हैं.
क्योंकि इस वारदात को केंद्रीय जांच एजेंसी के नाम पर अंजाम दिया गया था, इसलिए मुंबई पुलिस हरकत में आई और महज 24 घंटों में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस गैंग में शामिल 3 अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. मुंबई पुलिस के डीसीपी जोन-2 डॉक्टर अभिनव देशमुख ने बताया की LT मार्ग पुलिस स्टेशन की ज्यूरिस्डिक्शन में मुंबई के झावेरी बाजार में दोपहर 2 के बाद 2 लोग व्ही बी एल बुलियन के ऑफिस में घुस गए और अपने आपको ईडी ऑफिसर बताया.
स्पेशल 26 फिल्म की तरह लुटा
इसके बाद आरोपियों ने शॉप का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. वहां मौजूद सभी के मोबाइल फ़ोन ले लिए. देशमुख ने बताया कि आरोपियों ने लोगों को डराने के लिए उन्हें मारा भी और फिर उसने कहा कि बुलियन के मालिक विराट मलिक कहां हैं. जब कर्मचारियों ने कहा कि वो यहां नहीं हैं तब आरोपियों ने कहा कि चलो अब जीएसटी के पेपर दिखाओ. नाटक और असली लगे इसके लिए आरोपियों ने वहां मौजूद एक कर्मचारी को हथकड़ी पहनाई. इस दौरान दूसरे आरोपियों ने उस दुकान में रखे 25 लाख रुपये कैश और 3 किलो सोना अपने बैग में रख लिया. हथकड़ी पहनाए उस कर्मचारी को लेकर दूसरी दुकान पर लेकर गए और सबको वहां छोड़कर पैसे और सोना लेकर फ़रार हो गए.
बात फैलने पर जानकारी पुलिस को दी गई
मुंबई पुलिस के मुताबिक शुरुआत में दुकान के कर्मचारियों को लगा की यह असली ED की रेड होगी. बाद में जब यह बात आग की तरह बाक़ी दुकानदारों को पता चली तो लोगों को शक हुआ और फिर इस बात की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद कई टीमें बनाई और जांच शुरू की. इस जांच के दौरान पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें से मुख्य आरोपी का नाम मोहम्मद फजल गिलिट वाला है.
पुलिस आरोपियों से कर रही है पूछताछ
दूसरे आरोपी का नाम मोहम्मद रजी अहमद मोहम्मद रफ़ीक उर्फ़ समीर है. जो मुंबई के मालवानी इलाके का रहने वाला है. दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस को तीसरे आरोपी के बारे में पता चला जो कि एक महिला है. उसे गिरफ्तार करने के लिए एक टीम रत्नागिरी भेजी गई और उसे गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार महिला का नाम विशाखा मुधोले है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 15 लाख कैश और ढाई किलो सोना रिकवर किया है. पुलिस इस मामले में फरार 3 और आरोपियों की तलाश कर रही है ताकि बाक़ी का चोरी किया हुआ माल रिकवर किया जा सके.
बिल्डर के फर्जी ईडी नोटिस मिला
मुंबई में फर्जी ईडी के अधिकारी बनकर की गयी लूट की वारदात के एक दिन बाद ही मुंबई के उपनगर मीरा भायंदर इलाके के बिल्डर आनंद अग्रवाल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है. आनंद अग्रवाल नाम का एक ईडी नोटिस बनाकर कुछ लोग सोशल मीडिया में सर्कुलेट करके उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं. जिसके बारे आनंद अग्रवाल ने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी से जानकारी मांग की. जानना चाहा की क्या ये नोटिस ने ईडी की तरफ से ही जारी की गई है.
ईडी ठगी का पता लगा रही है
ईडी ने आनंद अग्रवाल को जानकारी दी कि इस तरह की कोई नोटिस ईडी की तरफ से जारी नहीं की गई. ये बोगस ईडी नोटिस है, इसकी प्रवर्तन निदेशालय जांच करेगा कि कौन इस तरह से केंद्रीय जांच एजेंसी के नाम पर ठगी करने की कोशिश कर रहा है. फिलहाल मुंबई और उसके आसपास के उपनगरों की पुलिस केंद्रीय जांच एजेंसियों के नाम पर ठगी करने वाले लोगों पर जांच तेज कर दी है और ऐसे वारदातों पर रोक लगाने की बात कर रही है.
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