नौकरी के वादे पर भारतीय महिलाओं को भेज दिया विदेश और फिर... मोदी सरकार से समंदर पार से मदद की गुहार
Mumbai: भारतीय महिलाओं को नौकरी दिलाने के बहाने विदेश भेजने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
Mumbai News: नौकरी का झांसा देकर समंदर पार देशों में भारतीय महिलाओं को भेजने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. मस्कट ओमान में फंसी महिलाओं ने मोदी सरकार से मदद की गुहार लगाई है. वहीं, पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए शेखों के लिए काम करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
ओमान मस्कट में फंसी भारतीय महिलाओं ने आरोप लगाया कि अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर इन्हें भारत से ले जाया गया था लेकिन इन्हें काम नहीं बल्कि शारिरिक शोषण हो रहा है. महिलाओं ने ये तक कहा कि हमारे पासपोर्ट भी जप्त कर लिए गए हैं और अब भारत लौटने के लिए सक्रिय एजेंट लाखों की रकम मांग रहे हैं.
समाज सेविका ने किया रैकेट का भंडाफोड़
दरअसल यह मामला तब सामने आया जब मुंबई के उपनगर मीरा भयंदर इलाके की एक समाज सेविका ने इन समंदर पार फसी इन महिलाओं को छुड़ाने का प्रयास शुरू किया. वह खुद नौकरी की चाहत रखते हुए एक एजेंट के माध्यम से ओमान गई और इस रैकेट के कारनामों का भंडाफोड़ किया. सुनीता पाटिल के मुताबिक वो इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट का खुलासा करने के लिए एजेंट के माध्यम से नौकरी की चाहत रखते हुए ओमान गई. वहां पर कमरों में बंद महिलाओं से मुलाकात की उनकी हालात को देखा, सब कुछ अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया और अपनी सामाजिक संस्था के माध्यम से कुछ महिलाओं और खुद को पैसे देकर भारत वापस लौटी और इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई.
पुलिस ने दो लोगों का किया गिरफ्तार
सुनीता पाटिल के मुताबिक बीते अगस्त महीने में उन्होंने मुंबई के उपनगर मीराभयंदर के काशीमीरा पुलिस स्टेशन में महिलाओं को ओमान भेजने वाले एजेंटो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और लगातार प्रयासरत थी कि इन महिलाओं को बचाया जाए. फिलहाल इस मामले में काशीमीरा पुलिस ने समंदर पार शेखों के लिए काम करने वाले एक पुरुष और एक महिला एजेंट को गिरफ्तार किया है और इस रैकेट के तार और किन-किन राज्यों में फैले हैं इसका पता पुलिस लगा रही है.
कई महिलाएं फंसी हुई
फिलहाल इस मामले में जानकारी यह भी है कि कुछ महिलाएं वहां से पैसे देकर भारत वापस लौटी भी हैं लेकिन अपनी पहचान छुपा रही हैं. उनका कहना है कि ओमान की भारतीय एंबेसी में बहुत सारी ऐसी महिलाएं उस दिन का इंतजार कर रही हैं जब वह अपने वतन लौट सके.
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