मुंबई: NIA ने विक्रोली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर का बयान दर्ज किया है. उन्होंने 18 फरवरी के दिन मनसुख हिरन की स्कॉर्पियो कार चोरी मामले की FIR दर्ज की थी. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस इंस्पेक्टर ने अपने बयान में कहा है कि FIR दर्ज करने के लिए उस पर किसी तरह का दबाव नहीं था.


NIA ने विक्रोली पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर का बयान किया दर्ज


NIA ने पुलिस इंस्पेक्टर से यह सवाल भी पूछा कि जब मनसुख हिरन के पास स्कॉर्पियो के पूरे दस्तावेज नहीं थे और कार न्यूटन नाम के शख्स की थी, तो पुलिस अधिकारी ने मनसुख हिरन पर भरोसा कैसे कर लिया और क्यों FIR दर्ज किया. पुलिस इंस्पेक्टर ने NIA को बताया कि कार चोरी का मामला दर्ज करने के लगभग 1 हफ्ते बाद 27 फरवरी को सचिन वजे ने उन्हें फोन किया था और कहा था कि कार चोरी मामले की जांच अब विक्रोली पुलिस की टीम ना करे. इस केस की जांच अब क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट कर रही है. 27 फरवरी वही तारीख है जब सचिन वजे ने अपने सोसायटी के सीसीटीवी सहित कई जगहों के सीसीटीवी डीवीआर जांच के नाम पर बरामद किए थे.


मनसुख हिरन की स्कॉर्पियो कार चोरी मामले की FIR दर्ज की थी


सूत्रों की माने तो जिस दिन मनसुख की गाड़ी चोरी हुई थी उसके दूसरे दिन मनसुख विक्रोली पुलिस स्टेशन गए थे. आरोप था कि सचिन वजे का फोन आने के बाद FIR दर्ज किया गया. लेकिन पुलिस की आंतरिक तफ्तीश में अभी तक कुछ सामने नहीं आया है. मनसुख ने उस समय विक्रोली पुलिस अधिकारी को अपने मोबाइल में गाड़ी की इन्श्यूरेंस की कॉपी दिखाई थी. कॉपी पर मनसुख नाम लिखा था, उसके बाद ही FIR दर्ज किया गया. दूसरे दिन मनसुख ने इन्श्यूरेंस की कॉपी का प्रिंट आउट पुलिस स्टेशन में देने की बात कही थी, लेकिन दूसरे दिन भी उन्होंने कुछ नही दिया. बताया जा रहा है कि NIA ने विक्रोली पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से भी पूछताछ की है.


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