मुंबई: बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ता जा रहा है. जिसका असर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में देखने को मिल रहा है. मुंबई के होटल, रेस्टोरेंट में नॉन वेजिटेरियन ग्राहक कम हो गये हैं. चिकन और अंडे के कारोबारियों पर रोजगार में भारी नुकसान का खतरा मंडरा रहा है.
महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है. महाराष्ट्र के तमाम इलाकों से चिकेन और पक्षियों के मरने की लगातार खबरें आ रही हैं. मरे हुए पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण मिले हैं. कोरोना संकट के बाद मुंबई के जो होटल, रेस्टोरेंट में ग्राहकों के आने की शुरूआत जो शुरू हुई थी उसपर बर्ड फ्लू ने रोक लगानी शुरू कर दी है.
लंच टाइम में रेस्टोरेंट के जो टेबल भरने शुरू हुए थे वो फिर से खाली दिखने लगे हैं. होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के वाइस प्रेसीडेंट गुरूबक्सीस सिंह की मानें तो बर्ड फ्लू के शुरूआत में ही मुंबई के होटलों में 30 फीसदी नॉनवेजेटेरियन ग्राहकों की कमी हो गयी है. चिकेन खाने वाले ग्राहक डरे हुए हैं जिसकी वजह है बर्ड फ्लू की महाराष्ट्र में दस्तक. अगर बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा तो होटलों पर फिर से लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो जायेगी.
160 से घटकर 110 रुए हो गई है चिकन की कीमत
बर्ड फ्लू के बढ़ते डर की वजह से मुंबई के बाजार में चिकेन और अंडे के दाम लगातार गिरते जा रहे हैं. करीब दस दिन पहले जो चिकन 150 से 160 रूपये किलो मिलता था आज उसकी कीमत 110 से 120 रूपये हो गयी है. बाजार में 10 पहले 72 रूपये दर्जन मिलने वाला अंडा 50 रूपये दर्जन हो गया है. फिर भी ग्राहक नहीं आ रहे हैं. मुंबई में अंडे के थोक विक्रेता आरीफ के मुताबिक कोरोना का संकट पहले उनके व्यापार को बर्बाद कर चुका था उसपर अब बर्ड फ्लू का संकट उन जैसे तमाम अंडे को व्यापारियों को डरा रहा है.
हालांकि जानकार बताते हैं कि बर्ड फ्लू के जो लक्षण पक्षियों में मिले हैं उनसे इंसानों को अभी तक खतरा देखने को नहीं मिला है. चिकन खाने वालो को डरने की जरूरत नहीं है. लेकिन डर डर होता है ऐसे में ग्राहकों को समाझा पाना बेहद मुश्किल है.
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