मुंबई: कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए रक्तदान शिविर का आयोजन, 29 साल के विपुल को मिली मदद
मुंबई में आज कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए चिंचपोक्लि सारजनिक गणेश उत्सव मंडल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें कई लोगों ने स्टेम सेल दान किया.
मुंबई में आज चिंचपोक्लि सारजनिक गणेश उत्सव मंडल में रक्तदान शिविर रखा गया. वहीं, मंडल के मदत से मुंबई में रहने वाले विपुल सावंत, जिनकी उम्र 29 साल की है वो लगभग 5 महीनों से विपुल ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं. उन्हें तलाश है स्टेम सेल डोनर की जिस वजह से वह 3 महीने से लोगों को स्टेम सेल दान के बारे में बता रहे है और जनकारी दे रहे है. आज इस रक्तदान शिविर के ज़रिये कई लोगों ने स्टेम सेल दान किया.
दरअसल, मुंबई के चिंचपोक्लि इलाके में रहने वाले विपुल सावंत जो 29 साल के हैं और 5 महीने पहले उन्हे ब्लड कैंसर हो गाया था. जब वह डोनर ढूंढने गए तो उन्होंने देखा के मुंबई में डोनर मौजूद नहीं हैं लेकिन पुरे देश में भी यही हालात है किसी को भी स्टेम सेल दान की जानकारी नहीं है. जिस वजह से उन्होंने खुद लोगों को इसकी जनकारी देना शुरू की और मुहिम की शुरुआत की कि पुरे देश में स्टेम सेल दान का जो डाटा है वह बढ़ाया जाए.
रक्तदान शिविर के ज़रिए विपुल की भी मदद की गई
चिंचपोक्लि सारजनिक उत्सव मंडल मुंबई का दूसरा बड़ा गणेश उत्सव मंडल है. आज मंडल के लोगों ने मिलकर रक्तदान शिविर का आयोजन किया. साथ ही कई लोगों को निमंत्रण भी दिया. वहीं मंडल के लोगोँ ने रक्तदान शिविर के ज़रिए विपुल की भी मदद की. जितने भी लोग रक्तदान के लिए आ रहे थे उनसे विनती की के वह विपुल के लिए अपने आप को दात्री (Datri) इस रेजिस्ट्री कंपनी में रेजिस्टर करे और अपना स्वाब टेस्ट भी दें . विपुल को चिंचपोक्लि सारजनिक उत्सव मंडल की बहोत मदद मिली.
विपुल को लोग मिल गए स्टेम सेल दान के लिए लेकिन एक स्वाब कीट कारीबन 1800 रुपए का आता है और रक्तदान करने आये लोगों की संख्या ही 150 से उपर है. इस वजह से विपुल की मदद के लिए दात्री नाम की संस्था ने उन्हें मुफ्त में स्वाब टेस्ट किट दान किया. दात्री एक रेजिस्ट्री कंपनी भी है जो लोगों के स्वाब टेस्ट करके उनका नतीजा निकलती है और ये तय करती है के लोगों का टिशू ब्लड कैंसर पीड़ित लोगों के टिशू से मिलता है के नही. चिंचपोक्लि में रचे गए इस स्टेम सेल दान के शिविर में दात्री के कुछ लोग मौजूद थे.
सही डोनर ब्लड कैंसर से पीड़ित लोगों की जान भी बचा सकते हैं
भारत में कई लोग ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं जो अपने उनके टिशू टाइप से मैच होने वाले दाता को ढूंढ रहे हैं. सही डोनर ब्लड कैंसर से पीड़ित लोगों की जान भी बचा सकते हैं और ये सिर्फ तभी मुमकिन होगा जब लोगों को स्टेम सेल दान की जनकारी होगी. विपुल का स्वास्थ उनका साथ नहीं दे रही है लेकिन फिर भी वह पूरी कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को इस दान के बारे में जागरूक करें. विपुल जैसे लोगों की मदद करना और साथ देना हम सब की ज़िम्मेदारी है.
बता दें, संवादाता लता शर्मा ने भी स्टेम सेल दान अपना स्वाब टेस्ट देकर किया और लोगों को इस बारे में जागरूक करने की कोशिश की.
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