नई दिल्लीः मुम्बई के समुद्री तट के नजदीक अरब सागर में बन रहे महाराष्ट्र सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट शिवाजी महाराज स्मारक की नींव रखने के कार्यक्रम में बड़ा हादसा हुआ. कार्यक्रम में जा रही नाव समुद्र में डूब गई. रेस्क्यू आपरेशन कर सभी को बचाया गया जबकि एक लापता कार्यकर्ता की तलाश जारी है.


अरब सागर के लहरों के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक की महाराष्ट्र सरकार नींव रखने वाली थी लेकिन यह ऐतिहासिक पल एक दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गया. हादसा दक्षिण मुम्बई के नरीमन पॉइंट से समुद्र में ढाई किलोमीटर की दूरी पर हुआ. जिस जगह पर शिवाजी महाराज स्मारक की नींव रखी जानी थी वहा स्पीड बोट डूबने लगी. बताया जा रहा है कि नाव के किसी पत्थर से टकराने से हादसा हुआ. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सरकार के बड़े अधिकारी, नेता, पत्रकार नाव से कार्यक्रम स्थल पर जा रहे थे. जो बोट हादसे का शिकार हुई उसमें 25 लोग सवार थे जिसमे सिद्धेश नाम का युवक लापता है. हादसे के बाद कार्यक्रम रद्द किया गया.



एक तरफ जहा गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की भव्य प्रतिमा बनकर उद्घाटन के लिए तैयार है वहीं महाराष्ट्र सरकार ने भी चुनावी साल से पहले अरब सागर में शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक की नींव रखने का फैसला किया है. महाराष्ट्र सरकार ने आज शाम पहले से तय की हुई जगह पर भव्य शिवाजी महाराज स्मारक के लिए नींव रखने का कार्यक्रम रखा. इस कार्यक्रम में सरकार के अधिकारी, नेता, कार्यकर्ता, पत्रकारों की टीम 4 अलग अलग नावों में समुद्र की तरफ रवाना हुई. नींव रखी जाती उसके पहले अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ले जा रही स्पीड बोट टकरा गई और पलट गई. आनन फानन में रेस्क्यू आपरेशन कर सभी को बचाया गया लेकिन एक युवक अभी भी लापता है.


इस हादसे के बाद कई सवाल उठ रहे हैं कि

  • क्या जल्दबाजी में सरकार ने नींव रखने का फैसला किया ?

  • प्रशासन की तैयारियां इतनी अधूरी थीं कि उन्हें यह भी नही पता था की नाव पर कितने लोग जा रहे हैं.

  • कार्यक्रम में जाने वालों की कोई सूची भी तैयार नही थी.

  • वीआईपी मेहमान के बावजूद कोस्ट गार्ड की टीम क्यों मौजूद नहीं थी?

  • नाव पर सवार 25 लोगों के लिए सिर्फ 6 लाइफ जैकेट क्यों थे?


हादसे में बचे लोगों का कहना है कि नाव चालक लाइट हाउस के नजदीक स्पीड बोट लेकर गया जहां बोट पत्थर से टकरा गई और पलट गई. फोन करके मदद मांगी गई लेकिन मदद नही मिली. नाव पर ना वॉकी टॉकी था और ना ही सभी के लिए लाइफ जैकेट. लापता युवक सिद्धेश पवार बताया जा रहा है जिसकी उम्र 25 से 30 साल के बीच है. यह विनायक मेटे की पार्टी शिवसंग्राम पार्टी का कार्यकर्ता बताया जा रहा है. सिद्धेश की तलाश जारी है वही विपक्ष को सरकार पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया है.