मुंबई: कोरोना के कहर के बीच मदद का हाथ बढ़ा रहे लोग, बनाया लगभग 100 बेड का क्वारंटीन सेंटर
देशभर में कोरोना से बनी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. ऐसे में अब लोग अपने हिसाब से पैसे जमा कर लोगों की सेवा के लिए सामने आ रहे हैं. मुंबई में स्थित जीवज्योत ड्रग्स बैंक और ताड़देव सार्वजनिक गणपति मंडल ने लगभग 100 बेड वाला क्वारंटीन सेंटर बनाया.
मुंबई: कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में अब स्थानिक लोग भी अपने हिसाब से पैसे जमा कर लोगों की सेवा के लिए सामने आ रहे हैं. मुंबई के ताड़देव इलाके में स्थित जीवज्योत ड्रग्स बैंक और ताड़देव सार्वजनिक गणपति मंडल ने एक साथ हाथ मिलाकर लगभग 100 बेड वाला क्वारंटीन सेंटर बनाया है ताकि इस गहरे संकट के समय मे लोगों की मदत की जा सके.
इस क्वारंटीन सेंटर में लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा और जब तक वो वहां रहेंगे उन्हें एक रुपये खर्च नहीं करना होगा उनके लिए भोजन की भी व्यवस्था इन लोगों ने कर रखी है. सामाजिक सेवक सिद्धेश मंडगांवकर ने बताया कि हमने जब देखा कि फिलहाल जितने भी अस्पताल और क्वारंटीन सेंटर है वहां जगह की कमी दिखाई दे रही है. जिसके बाद हमने बीएमसी के परमिशन लेकर ताड़देव इलाके में ही स्थित बीएमसी स्कूल को क्वारंटीन सेंटर में तब्दील कर दिया.
महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कमरे बनाये गए हैं
यहां पर फिलहाल 100 बेड की व्यवस्था की गई है, हर कमरे में 4 से 5 बेड लगाए गए हैं ताकि दो मरीजों के बीच में दूरी बनी रहे. साथ ही महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कमरे बनाये गए हैं. इस क्वारंटीन सेंटर में लोगों का खयाल रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे और डॉक्टर की टीम तैनात की गई है. हर कमरे के लिए स्टाफ अपॉइंट किये गए हैं. इसके साथ सफाई कर्मियों को रहने के लिए भी उसी स्कूल में व्यवस्था की गई है ताकि उनकी वजह से उनके परिवार वालों को कोई दिक्कत ना हो. इसमें आने वाले व्यक्ति या महिला को हमेशा पीने के लिए गर्म पानी, नहाने के लिए गर्म पानी, नाश्ता, लंच और डिनर मुफ्त में दिया जाएगा.
मरीजों का मनोरंजन किया जाएगा
इस क्वारंटीन सेंटर की सबसे अलग बात यह भी है कि यहां पर लोगों के मनोरंजन के लिए म्यूजिक सिस्टम, बैठकर खेल सके उसकी व्यवस्था की गई है. सिद्धेश का कहना है कि यहां आने वाला हर कोई पहले से ही चिंता में होता है ऐसे मनोरंजन कर उसका मन हल्का करने की कोशिश की जा रही है.
ऑक्सीजन की भी है व्यवस्था
अगर इसी बीच किसी मरीज की तबियत बिगड़ती है तो हर रूम में ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की गयी है ताकि तुरंत ऑक्सीजन मुहैया कराया जा सके. और साथ ही क्वारंटीन सेंटर के बाहर 24 घंटों के लिए ऑक्सीजन युक्त 2 एम्बुलेंस को भी तैनात किया गया है कि अगर जरूरत पड़ने पर किसी को शिफ्ट करना पड़े को उसे दिक्कत ना हो.
पुलिस वालों के लिए भी है बेड
ताड़देव इलाके में एक भी क्वारंटीन सेंटर नहीं था जिस वजह से यहां के लोगों को दूसरे इलाकों में ले जाया जाता था. इसी वजह से यह पहल की गई और इस क्वारंटीन सेंटर की एक और खास बात यह है कि यहां पर 20 बेड मुंबई पुलिस के लोगों के लिए रिसर्व करके रखी गयी है ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें भी यहां रखा जा सके.
ठीक होने वाले को मिलेगा गिफ्ट
जीवनज्योत ड्रग्स बैंक की संस्थापक मधुबेन वोरा ने बताया कि जब से ही लॉकडाउन हुआ (2020 से) तब से कई लोग बेरोजगार हो गए हैं. इनकी संस्था हजारों लोगों को रोजाना मुफ्त में दवाई और भोजन देने का काम कर रही है. इस क्वारंटीन सेंटर में भी यह लोगों को लगनेवाली दवाई और भोजन मुफ्त में देंगी साथ ही ठीक होकर वापस घर लौटने वाले को खुशी में 1500 रुपये का गिफ्ट नही यह संस्था अपनी तरफ से उस मरीज को देगी.