भारत के 300 बच्चों को अमेरिका में बेचा है यह दरिंदा, हर बच्चे की कीमत 45 लाख रूपये
बच्चों के साथ एक व्यक्ति को साथ में भेजा जाता था. जो बच्चों को ग्राहकों को सौंपकर लौट आता था. बच्चों के पासपोर्ट को उनके असली मालिक को लौटा दिया जाता था. यूएस जाने से पहले बच्चों का मेकअप किया जाता था.
नई दिल्ली: चाइल्ड ट्रेफिकिंग समाज में एक बहुत बड़ा मुद्दा है. एक ऐसे ही इंटरनेशनल चाइल्ड ट्रेफिकिंग का मामला सामने आया है, जिसमें भारत से बच्चों को खरीदकर अमेरिका में बेचा जा रहा था. मुंबई पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय बच्चा चोरी गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है. इस पर 300 बच्चों को भारत से अमेरिका भेजने का आरोप है. प्रत्येक बच्चे की कीमत 45 लाख होती थी. सरगने के अन्य लोगों को मार्च में गिरफ्तार कर लिया गया था. जिन बच्चों को अमेरिका में बेच दिया गया है उनका भविष्य अभी स्पष्ट नहीं है.
चाइल्ड ट्रेफिकिंग में 11 से 16 साल के बच्चे शामिल हैं. इसमें वे बच्चे है जिनको उनके परिवार ने बेच दिया था. सरगना का मालिक राजूभाई यूएस से डिमांड आने पर अपने गैंग को बच्चे ढूंढ़ने के लिए कहता था. वह ऐसे बच्चों को ढूंढ़ने के लिए कहता था कि जिनके माता-पिता उन्हें बेचना चाहते हो. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बच्चों को ढूंढ़कर उनकी देखभाल करना कठिन है क्योंकि उनके माता-पिता बच्चों को बेच देंगे. साथ वे ऐसे परिवार का चयन का चयन करते थे जो कि अपने बच्चों को किसी दूसरे व्यक्ति के पासपोर्ट से भेजने को तैयार हो.
बच्चों के साथ एक व्यक्ति को साथ में भेजा जाता था. जो बच्चों को ग्राहकों को सौंपकर लौट आता था. बच्चों के पासपोर्ट को उनके असली मालिक को लौटा दिया जाता था. यूएस जाने से पहले बच्चों का मेकअप किया जाता था. मेकअप इसलिए किया जाता था ताकि वे पासपोर्ट वाली फोटो की तरह दिखें. पुलिस ने कहा कि यह अभी तक साफ नहीं हो पा रहा है कि इमीग्रेशन की इतनी तगड़ी चैकिंग से कैसे निकल जाते थे.
इस गिरोह का भंड़ाफोड़ तब हुआ जब एक्ट्रेस प्रीति सूद को उनकी दोस्त का फोन आया और दोस्त ने बताया कि दो छोटी बच्ची वर्सोवा सैलून में मेकअप कराने आई हैं. इसके बाद प्रीति सैलून पहुंची. वहां उनकी दोस्त ने बताया कि तीन आदमी यहां आए हुए है और वे हमें बता रहे है कि दोनों बच्ची का मेकअप कैसे करना है?
जब उन तीनों आदमियों से पूछा गया कि आप इन लड़कियों साथ क्यों है, तो वे कहने लगे कि दोनों बच्चियां यूएस जा रही है इसलिए उन्हें मेकअप कराया जा रहा है. संदेह होने पर उन्होंने तीनों को पुलिस स्टेशन चलने के लिए बोला जिसे उन्होंने इंकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन करके बुलाया और दो आदमियों को गिरफ्तार करा दिया जबकि एक आदमी बच्चियों को लेकर भाग गया.
तीनों आदमियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसमें एक रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर का बेटा है. आमिर खान, ताजुद्दीन खान, अफज़ल शेख और रिजवान चोटानी है. सरगना के मुखिया राजूभाई गामलेवाला को पुलिस ने उसके व्हाट्सअप को ट्रेक करके पकड़ लिया. डीसीपी परमजीत दाहिया ने बताया कि राजूभाई को 2007 में फर्जी पासपोर्ट के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपियों पर आईपीसी की धारा 34 और 373 के तरह केस दर्ज कर लिया गया है.
कौन है राजूभाई गामलेवाला?
राजूभाई गामलेवाला चाइल्ड ट्रेफिकिंग गिरोह का मुखिया है. इसे राजूभाई के नाम से भी जाना जाता है. वह गुजरात का रहना वाला है. राजूभाई गामलेवाला को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसने 2007 में रैकेट की शुरूआत की थी. इसे फर्जी पासपोर्ट के मामले में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.