सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में अनिल देशमुख का बयान, कहा- मुंबई पुलिस पेशेवर तरीके से जांच कर रही है
सुशांत सिंह राजपूत मौत मामला दिन प्रतिदिन नया मोड़ लेता जा रहा है. ऐसे में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का कहना है कि मुंबई पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रही है.
मुंबई: महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को कहा कि मुंबई पुलिस अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच 'बेहद पेशेवर तरीके' से कर रही है. मंत्री ने हालांकि इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की जांच की निगरानी के लिए यहां पहुंचे पटना के नगर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने क्वॉरन्टीन में क्यों भेज दिया.
देशमुख ने बताया, ‘'मुंबई पुलिस मामले की जांच बेहद पेशेवर तरीके से कर रही है." महाराष्ट्र में विपक्षी बीजेपी ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराने की मांग की है, जबकि शिवसेना की अगुवाई वाली प्रदेश की गठबंधन सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया है. गौरतलब है कि रविवार की रात पटना के नगर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी के मुंबई पहुंचने पर बीएमसी ने उन्हें 15 अगस्त तक क्वॉरन्टीन में भेज दिया.
साथ ही उनके हाथ पर मुहर भी लगाई गई है, जिसमें क्वॉरन्टीन अवधि की जानकारी है. सुशांत के मामले की जांच के लिए तिवारी यहां पहुंचे थे. तिवारी को 14 दिन के लिए क्वॉरन्टीन में भेजा गया है और वह गोरेगांव में राज्य रिजर्व पुलिस बल के अतिथि गृह में रहेंगे. बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को आरोप लगाया था कि तिवारी को मुंबई में बीएमसी के अधिकारियों ने जबरदस्ती क्वॉरन्टीन में भेजा है.
गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को ट्वीट किया, ‘'भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी विनय तिवारी पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से आज मुंबई पहुंचे थे, लेकिन बीएमसी अधिकारियों ने रात 11 बजे उन्हें जबरदस्ती क्वॉरन्टीन में भेज दिया. उन्हें अनुरोध के बावजूद आईपीएस मेस में आवास मुहैया नहीं कराया गया और वह गोरेगांव के एक अतिथिगृह में रुके हैं.’'
हालांकि, बीएमसी ने कहा कि बिहार पुलिस के अधिकारी को क्वॉरन्टीन में भेजने का फैसला महाराष्ट्र सरकार के दिशा-निर्देशों के मुताबिक किया गया है. राजपूत मुंबई के उपनगर बांद्रा में स्थित अपने फ्लैट में 14 जून को फंदे से लटके मिले थे. पटना में पिछले हफ्ते सुशांत के पिता कृष्ण कुमार सिंह (74) के दर्ज एक शिकायत के आधार पर बिहार पुलिस ‘आत्महत्या के लिए उकसाने’ के मामले में अलग से जांच कर रही है. बिहार पुलिस ने अब तक राजपूत की मौत के मामले में 10 लोगों के बयान दर्ज किये हैं.
मामले में अब तक 40 लोगों के बयान हुए दर्ज
मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने सुशांत राजपूत मामले में अब तक करीब 40 लोगों के बयान दर्ज किये हैं. इनमें अभिनेता के परिजन के अलावा रसोइया और फिल्म जगत के लोग भी शामिल हैं. फिल्मकार महेश भट्ट, फिल्म समीक्षक राजीव मसंद, निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली एवं फिल्मकार आदित्य चोपड़ा समेत फिल्म जगत के कई लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं.
मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और मामले में अबतक की जांच से उन्हें अवगत कराया. इससे पहले मामले में सीबीआई जांच की मांग करने के लिए देशमुख ने रविवार को बीजेपी की आलोचना की थी.
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