Mumbai News: मुंबई में चार मुस्लिम धर्मगुरुओं के खिलाफ FIR दर्ज, शिया समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
शिकायतकर्ता ने फिल्म खुदा हाफिज के एक गाने पर आपत्ति जताई है. फिल्म मेकर्स ने इसके लिए माफी भी मांगी है. वहीं पुलिस ने बताया कि नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है.
Mumbai News: मुंबई पुलिस ने शिया समुदाय की भावनाएं आहत करने के आरोप में चार मुस्लिम धर्मगुरुओं के खिलाफ FIR दर्ज की है. एक अधिकारी ने बुधवार (2 नवंबर) को बताया कि जे.जे. मार्ग पुलिस स्टेशन ने मुंबई के एक व्यक्ति की शिकायत पर मंगलवार को लखनऊ, हैदराबाद, चेन्नई और कश्मीर के धर्मगुरुओं के खिलाफ मामला दर्ज किया.
जे.जे. मार्ग पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया, “हमने कई शिकायतें मिलने के बाद FIR दर्ज की. हमने शिकायतकर्ता से ऑडियो/वीडियो सबूत के तौर पर जमा करने को कहा है. अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मामले की जांच जारी है.”
भावनाओं को ठेस पहुंचाई
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिकायत करने वाले ने दावा किया है कि एक आरोपी ने सितंबर में पाकिस्तान में रहने वाले एक मौलवी का समर्थन किया था. उन्होंने कहा, "शिकायत करने वाले ने अन्य तीन आरोपियों पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और राष्ट्र विरोधी बात करने का आरोप लगाया है." अधिकारी ने कहा, "आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए, 153-बी और 295 के तहत मामला दर्ज किया गया है."
आरोपियों पर लगी धाराएं
अधिकारी ने बताया, नामजद आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 153-A (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर अलग-अलग समूहों में दुश्मनी को बढ़ावा देना), 153-B (राष्ट्र के खिलाफ पक्षपात करना) और 295 (किसी भी समुदाय के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
खुदा हाफिज मूवी पर भी लगा था आरोप
दरअसल, शिया समुदाय के लोगों ने मेकर्स पर फिल्म के गाने 'हक हुसैन' के जरिए उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था. इसके बाद मूवी मेकर्स ने माफी मांगते हुए कहा था, "हम 'खुदा हाफिज: चैप्टर 2-अग्नि परीक्षा' के मेकर्स शिया समुदाय के कुछ लोगों के तरफ से व्यक्त की गई चिंताओं का संज्ञान लेते हैं और इस तथ्य के लिए ईमानदारी से माफी मांगते हैं कि 'हक हुसैन' गाने के एलिमेंट्स ने अनजाने में चोट पहुंचाई है." शिया समुदाय के कुछ लोगों ने 'हुसैन' शब्द और जंजीर के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी.