करीब 1 साल बाद गैंगस्टर रवि पुजारी की कस्टडी मुंबई पुलिस को मिली सेनेगल से प्रत्यर्पण कराने के बाद पुजारी की कस्टडी सबसे पहले बेंगलुरु पुलिस ने ली थी. करीब 1 साल तक उन्होंने अपने राज्य में रजिस्टर्ड मामलों की जांच की और 1 साल बाद बेंगलुरु कोर्ट के आदेश के बाद रवि पुजारी की कस्टडी मुंबई पुलिस को मिली.


आपको बता दें कि रवि पुजारी के खिलाफ महाराष्ट्र में कुल 52 मामले दर्ज हैं. इनमें से 49 मामले सिर्फ मुंबई में रजिस्टर्ड हैं. कई सालों से मुंबई पुलिस रवि पुजारी की तलाश में थी. मुंबई पुलिस ने साल 2002 में पुजारी के खिलाफ रेड नोटिस निकाली थी और सेनेगल कोर्ट में रवि पुजारी के एक्सट्रैडिशन की प्रक्रिया करने के लिए मुंबई पुलिस ने 10 मामलों की डीटेल्स सबमिट की थी जिसके आधार पर ही रवि पुजारी का एक्ट्राडिशन हुआ है.


कौन से थे ये 10 मामले?


1)- महेश नोटनदास ज्वेलर्स फायरिंग मामला
14 जुलाई 2010 को तीन लोग एक ज्वेलरी शॉप में घुस गए थे, जहां पर रवि पुजारी के गुर्गों ने शॉप के मैनेजर की तरफ एक राउंड फायर किया. वह गोली मैनेजर के छाती पर लगी और वह बुरी तरह से जख्मी हो गया. जब महेश नोटनदास जगवानी ने आवाज उठाने की कोशिश की उस समय इन गुर्गों ने बंदूक दिखाकर धमकी दी और वहां से भाग गए.


2)-- सागर सिटी फायरिंग मामला
30 जून 2010 को दोपहर 12:30 बजे के आसपास रवि पुजारी के 2 लोग सागर सिटी में दाखिल हुए, जहां पर उन लोगों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी. फायरिंग के दौरान शिकायतकर्ता के दाहिने हाथ में गोली लग गई. इसके बाद दोनों ही गुर्गे के वहां से फरार हो गए. जांच के दौरान पता चला कि शिकायतकर्ता को इस घटना से पहले रवि पुजारी ने फोन कर एक्सटॉर्शन की मांग की थी. जब उसे एक्सटॉर्शन की रकम नहीं मिली तब उसने अपने गुर्गों को भेजकर सागर सिटी बिल्डर के कार्यालय पर फायरिंग कराई.


3)-- रोहित शाह फायरिंग मामला
20 दिसंबर 2011 गोवंडी के बिजनेसमैन रोहित शाह के ऑफिस में रवि पुजारी के कुछ गुर्गे गए पहुंच गए और रोहित शाह को धमकी और गालियां देने लगे यह कहते हुए कि रवि भाई ने 50 लाख रुपये एक्सटॉर्शन के रूप में मांगे हैं. इस मामले में रवि पुजारी के गुर्गों ने फायरिंग भी की थी.


4)-- वाइन शॉप एक्सटॉर्शन और अटेम्प्ट ऑफ फायरिंग मामला
12 मार्च 2015 को भांडुप में रहने वाले एक बिल्डर पर जानलेवा हमला करने के लिए कुछ आरोपी मंगतराम पैट्रोल पंप के पास इकट्ठा हुए थे. इन लोगों को एक इमारत में बने एक शॉप को अपने नाम पर करवाना था, वहां पर वाइन शॉप चलाने के लिए जो कि बिल्डर नहीं कर रहा था. लेकिन, मुंबई क्राइम ब्रांच ने इनके मंसूबे कामयाब होने नहीं दिए और मौके पर ही इन सभी को धर दबोचा. पुलिस ने इनके पास से 2 कंट्री मेड रिवाल्वर और 12 लाइव काट्रेज बरामद किए थे. यहां तक कि रवि पुजारी ने उस बिल्डर को फोन करके 5 करोड़ के एक्सटॉर्शन की डिमांड भी की थी.


5)-- गजाली होटल एक्सटॉर्शन और फायरिंग मामला
21 अक्टूबर 2016 को मनोहर चौगुले नाम का शिकायतकर्ता गजाली होटल के पैंट्री काउंटर के पास खड़ा था तभी एक अज्ञात आदमी वहां पर आया और उसने बंदूक निकाल कर अचानक से एक राउंड फायर कर दिया और वहां से भाग गया. शूटर ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि रवि पुजारी के एक्सटॉर्शन की मांग करने के बाद भी उसे पैसे नहीं दिए थे और यह फायरिंग डराने के लिए किया गया था.


6)-- निरवाना एंटरप्राइज एक्सटॉर्शन मामला
इस मामले में शिकायतकर्ता सुशील कुमार शिंदे जो कि कांदिवली स्थित निरवाना इंटरप्राइजेज में एक प्रॉपर्टी कंसलटेंट है, इनको गैंगस्टर रवि पुजारी ने धमकी भरा कॉल किया था. क्योंकि शिकायतकर्ता को दिंडोशी मलाड इलाके में स्थित साईं विसावा को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी का रीडिवेलपमेंट करने का काम मिला था. 8 सितंबर 2017 को रवि पुजारी ने शिकायतकर्ता को फोन किया और धमकी दी कि अगर वह अपने इस प्रोजेक्ट को दूसरी पार्टी को हैंडोवर नहीं करेगा तो वह उसे जान से मार देगा.


7)-- सहाना कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड फायरिंग मामला


14 मार्च 2011 को रवि पुजारी के दो गुर्गे सहाना कंस्ट्रक्शंस प्राइवेट लिमिटेड की साइट पर कूरियर ब्वॉय बनकर पहुंच गए और वहां पर साइट इंजीनियर सम्राट देवर्षि और साइट सुपरवाइजर योगेश खुले पर गोलियां चला दी. इन गोलियों के चलते दोनों ही काफी गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. इसके बाद दोनों को क्रिटी केयर अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.


8)-- सिविल कांट्रैक्टर फायरिंग मामला
27 अगस्त 2014, 29 अगस्त 2014 और 28 नवंबर 2014 को गैंगस्टर रवि पुजारी ने इदरीश मोहम्मद इस्लाम शेख एक नाम के सिविल कांट्रेक्टर को पैसों के लिए धमकी भरा कॉल किया था. लेकिन जब इदरीश मोहम्मद इस्लाम शेख ने उसकी कोई भी मांग पूरी नहीं की इसके बाद उसने अपने एक शख्स को उसको मारने के लिए चेंबूर भेजा. लेकिन, पुजारी का गुर्गा कुछ कर पाता इससे पहले क्राइम ब्रांच के लोगों ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को उसके पास से एक बंदूक और एक गोली बरामद हुई थी.


9)-- दीपा बार एंड रेस्टोरेंट फायरिंग मामला


दीपा बार और रेस्टोरेंट के मालिक हुमायूं चांदीवाला को गैंगस्टर रवि पुजारी की तरफ से पैसों के लिए धमकी भरे फोन आ रहे थे. लेकिन, पुजारी को इससे कोई भी फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा था. इसके बाद 14 मार्च 2005 को रात 9:30 बजे के आसपास उसके तीन लोग विलेपार्ले स्थित दीपा बार एंड रेस्टोरेंट के पास पहुंचे और उन लोगों ने वहां एक के बाद एक तीन गोलियां चला दी. इस फायरिंग में रेस्टोरेंट का वॉचमैन जख्मी हो गया था.


इस फायरिंग को अंजाम देने के बाद ही रवि पुजारी ने एक राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू दिया. इसमें उसने इस फायरिंग की जिम्मेदारी ली और कहा कि होटल का मालिक एक्सटॉर्शन के पैसे देने में फेल हुआ जिसकी वजह से उसे फायरिंग करानी पड़ी.


10)- एकता वर्ल्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी फायरिंग मामला
एकता वर्ल्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक अशोक मोहनानी है. इनकी कंपनी का हेड ऑफिस मुंबई में है और दूसरे सब-ब्रांच नाशिक और पुणे में है. ये कंपनी बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम करती है. साल 2005 से ही गैंगस्टर रवि पुजारी एकता वर्ल्ड के मालिक को पैसों के लिए धमकी भरा फोन कर रहा था. 25 जनवरी 2011 को पुजारी के दो गुर्गे उसके ऑफिस के पास पहुंचे, जहां पर उन लोगों ने इस कंपनी के सेल्स एग्जीक्यूटिव देविका कोडिलकर और रंजीत अहेर पर गोलियां चला दी. इस फायरिंग के बाद पुजारी ने मोहनानी को फोन कर गोली चलाने की जिम्मेदारी उठाई और कहा पैसे देने में फेल होने की वजह से यह फायरिंग करनी पड़ी.


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