अफ्रीका के देश सिएरा लियोन के रहने वाले 23 साल के मोहम्मद सिलाह लंसाना को अंदाजा भी नहीं था कि जो सपना लेकर वह भारत और न्यूज़ीलैंड के सफ़र पर निकले हैं वह ना केवल अधूरा रह जाएगा बल्कि सड़क पर भूखे सोने की नौबत आ जाएगी.
मोहम्मद सिलाह लंसाना एक युवा फुटबॉलर हैं और अपने देश के लिए अंडर-19 टीम में खेल चुके हैं. मोहम्मद अच्छे रोजगार और छोटे बच्चों को फुटबॉल की कोचिंग देने के लिए भारत आए थे और आगे उन्हें नौकरी के सिलसिले में न्यूज़ीलैंड जाना था. लेकिन जिस दिन लंसाना की फ्लाइट थी उसके एक दिन पहले न्यूज़ीलैंड में लॉकडाउन लग गया और वह अपने देश लौटे उस पहले भारत मे भी लॉकडाउन की घोषणा हो गई .
सिलाह लंसाना ने एबीपी न्यूज़ को बताया की, लॉक डाउन के दौरान उन्होंने बुरा समय देखा .जिस होटल में ठहरे हुए थे वह बंद हो गया और खाने की दिक्कत होने लगी. 3 दिन पवई इलाके में सड़क पर भूखे प्यासे सोते रहे. लॉकडाउन के दौरान गश्त लगा रहे साकीनाका के पुलिस सब इंस्पेक्टर हनुमंत धवन की नज़र लंसाना पर पड़ी और मोहम्मद का कोरोना टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई.
पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर सावंत ने भी सिलाह लंसाना की देख-रेख में कोई कसर नहीं छोड़ी. किशोर सावंत के निर्देश पर साकीनाका पुलिस के सब इंस्पेक्टर हनुमंत धवन ने मोहम्मद की जिम्मेदारी ली और लॉकडाउन के दौरान साकीनाका इलाके में बाला रेजीडेंसी होटल के मालिक नीलेश महाजन से बातकर एक कमरा मोहम्मद सिलाह लंसाना को दिलवाया. पिछले साढ़े 3 महीने से मोहम्मद को दो समय का खाना पुलिस इंस्पेक्टर भेजते हैं जबकि होटल स्टाफ मोहमद को किसी भी चीज की कमी नहीं होने देता.
सब इंस्पेक्टर हनुमंत धवन और होटल मालिक नीलेश महाजन ने मिलकर लंसाना की मदद की और अतिथि देवो भवः का अनूठा उदाहरण पेश किया. मोहम्मद सिलाह लंसाना पहले दिन रात रोते थे पर 3 महीने से होटल में रहते हुए होटल स्टाफ के साथ दोस्ती होने के बाद खुश रहते हैं और सुनील शेट्टी, सलमान खान की फिल्में देखते हैं. वह अभी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द वह अपने देश लौटेंगे.
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