Mumbai Rain: मुंबई में बारिश कुछ ही दिन दूर है इस बीच बारिश के मौसम के दौरान पहाड़ी इलाके खतरे में होते हैं जिसके चलते कई हादसे भी हो सकते हैं. रिपोर्टों के अनुसार, मुंबई में पिछले तीन वर्षों में भूस्खलन में 50 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. पिछले साल अकेले विक्रोली और चेंबूर में दो अलग-अलग घटनाओं में कुल 29 लोगों की मौत हुई थी. इसलिए इस साल बीएमसी ने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रशिक्षित करने का फैसला किया है.


बीएमसी ने 20 मई से मुंबई में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रशिक्षित करने का फैसला किया है. इस वर्ष बीएमसी के सर्वेक्षण के अनुसार 72 स्थान अत्यधिक संवेदनशील श्रेणी में आते हैं. इस बीच, शहर के भांडुप, पवई, विक्रोली और घाटकोपर में सबसे कमजोर स्थानों में बीएमसी प्रशिक्षण शुरू करेंगे. एनजीओ जैसे की अनिरुद्ध एकेडमी, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, आपदा प्रबंधन विभाग की मदद से, बीएमसी अत्यधिक संवेदनशील स्थानों में सभी निवासियों को एक आपदा प्रबंधन किट भी देगी वहीं टीम भूस्खलन के दौरान क्या करें क्या न करें यह भी बताएगी. 






NGO और BMC के अधिकारियों ने लोगों को दी ट्रेनिंग
यह ट्रेनिंग मानसून शुरू होने से पहले सभी 72 भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में दी जाएगी. तस्वीरें भांडुप वेस्ट इलाके की हैं जहां एनजीओ के स्वयंसेवक और बीएमसी के अधिकारी नागरिकों को हॉल में ट्रेनिंग दे रहे हैं. वहीं इलाकों में लोगों के घर जा कर उन्हे जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं. लोगों का कहना है यह ट्रेनिंग काफी जरूरी है क्योंकि जब कोई हादसा होता है तो लोग डर जाते हैं इसलिए अगर पहले से जानकारी होगी तो हालातों का सामना बेहतर तरीके से कर पाएंगे.

मुंबई के भूस्खलन वाले 72 क्षेत्रों को चिन्हित किया
आपदा प्रबंधन विभाग के ट्रेनर महेंद्र जी ने एबीपी न्यूज को अधिक जानकारी देते हुए कहा के इस साल 72 ऐसे क्षेत्र हैं जो भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में आते हैं इसलिए बीएमसी कुछ एनजीओ के साथ मिलकर लोगों के घर घर जाकर उन्हें जागरूक करने की कोशिश कर रही है. लोगों को इमरजेंसी कीट भी दी जाएगी वहीं उन्हे खुद को कैसे बचाना है इसकी पूरी ट्रेनिंग दी जाएगी. 


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