मुंबई: कोरोना इलाज के नाम पर प्राइवेट हॉस्पिटल की लूट, शिवसेना नेता ने खोला अस्पतालों के खिलाफ मोर्चा
कोरोना मरीजों के इलाज के नाम पर प्राइवेट अस्पतालों की लूट देशभर में जारी है. इस लूट के खिलाफ मुंबई में शिवसेना के एक नेता ने मोर्चा खोला हुआ है.
नई दिल्ली: कोरोना मरीजों के इलाज के नाम पर प्राइवेट अस्पतालों की लूट देशभर में जारी है. इस लूट के खिलाफ मुंबई में शिवसेना के एक नेता ने मोर्चा खोला हुआ है. शिवसेना के नेता नितिन नंदगांवकर जिन अस्पतालों में बड़े-बड़े बिल बनाए जा रहे हैं, वहां जाकर अपने तरीके से डरा धमका कर विरोध दर्ज करा रहे हैं.
शिवसेना का पुराना रवैया रहा है, उत्तर भारतीयों को गालियां भी दे रहे हैं. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए नितिन ने कहा कि मुंबई, महाराष्ट्र में नहीं देश के किसी भी कोने में अस्पतालों की ज्यादती होगी, तो वहां विरोध करने जाएंगे. पूरे देश में करोना कोने कोने में पहुंच चुका है. लोग बीमार हैं, उनके इलाज के लिए सरकारी व्यवस्था है, तो बड़े पैमाने पर लोग प्राइवेट अस्पतालों में भी जा रहे हैं. प्राइवेट अस्पतालों की फीस की लूट की चर्चा लगातार सुर्खियों में बनी हुई है.
ऐसे ही मुंबई के अस्पतालों में भी 40 लाख 30 लाख 20 लाख, ऐसे बड़े बड़े बिलों के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में अस्पतालों की इस मनमानी के खिलाफ शिवसेना के नेता नितिन ने मोर्चा संभाला है. शिवसेना नेता नितिन अस्पताल के अंदर जाकर डॉक्टरों को बड़ी फीस के लिए डांट रहे हैं, धमका भी रहे हैं, इनका यह वीडियो चर्चा में है.
एबीपी न्यूज़ ने नितिन से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसे समय जब लोगों की मदद करनी चाहिए अस्पताल लूट का अड्डा बन गए हैं. जैसे बकरीद में बकरे कत्ल होते हैं, अस्पतालों में भी वही हाल मरीजों का बना हुआ है.
महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार है, बीएमसी भी शिवसेना के अंडर आती है. अब ऐसे में शिव सैनिक को सड़क पर क्यों आना पड़ा है. इस सवाल पर नितिन का कहना है कि वह बाला साहब के सैनिक हैं, टाइगर अभी जिंदा है. सरकार अपना काम करेगी और शिवसेना अपने तरीके से काम करेगी. नितिन का यह भी कहना है कि मुंबई, महाराष्ट्र के बाहर भी अगर कहीं अस्पतालों की मनमानी होगी तो अपने तरीके से विरोध दर्ज करेंगे.
आपको बता दें, नितिन पर डराने धमकाने का भी आरोप है. इस पर नितिन का कहना है कि यह उनका तरीका है. अगर गरीबों के संग मनमानी होगी तो अपने तरीके से बात करेंगे.
अस्पताल के बाहर के वायरल वीडियो में नितिन चौकीदारी कर रहे हैं. उत्तर भारतीयों को गालियां देते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस पर जब एबीपी न्यूज़ ने नितिन से सवाल किया तो, उन्होंने कहा कि जब अस्पताल में वह डेड बॉडी लेने पहुंचे तो चौकीदार से उनकी ये बातचीत हुई.
सफाई देते हुए नितिन ने कहा कि उत्तर भारतीयों की वह मदद करते हैं, पर एक बात स्पष्ट है कि मुंबई-महाराष्ट्र उनका है. और बाहर के लोग यहां रह कर काम कर सकते हैं, पर दादागिरी करेंगे तो बर्दाश्त नहीं होगा. यह नितिन की सफाई थी पर शिवसेना का इतिहास इस तरीके की गुंडागर्दी से भरा हुआ है.
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