मुंबई: मुंबई के कोलाबा इलाके के श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की प्रतिमा लगाई जा रही है. अभी इस प्रतिमा का अनावरण होना है पर उससे पहले ही इस इलाके में रहने वाले स्थानीय लोग इस प्रतिमा का विरोध कर रहे हैं.


इलाके के ट्रैफिक और स्पेस को देखते हुए भविष्य में आने वाली चुनौतियों का हवाला देकर और सुप्रीम कोर्ट के दिए गए फैसले को ध्यान दिलाते हुए स्थानीय लोग इसे गैरकानूनी बता रहे हैं. उन्होंने इस मामले में अधिकारियों को पत्र भी लिखा है.  इस प्रतिमा को अभी कवर करके रखा गया है और बाकी का काम जारी है ताकि 23 जनवरी को इसका अनावरण किया जा सके.


आपली मुंबई एनजीओ के संस्थापक रिटायर्ड वाइस एडमिरल ऐसी राव ने इस प्रतिमा के विरोध में कलेक्टर को पत्र लिखा है. राव 2013 में सुप्रीम कोर्ट के दिए एक फैसले का हवाला दे रहे हैं जिसमें कोर्ट ने कहा था कि सार्वजनिक जगह पर कोई भी प्रतिमा स्थापित नहीं की जा सकती.


राव ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि सभी नियम कायदों को ताक पर रखकर इसे लगाने के लिए अनुमति दी गई है. राव का कहना है कि प्रतिमा के लगने से इस इलाके में ट्रैफिक बुरी तरह से प्रभावित होगा साथ ही पैदल चलने वाले लोगों की सुरक्षा भी प्रभावित होगी क्योंकि यह कोलाबा इलाके का महत्वपूर्ण रास्ता है और वैसे ही यहां काफी ट्रैफिक लगा रहता है.


राव का कहना है कि इस प्रतिमा के लगने के बाद जब लोग सेल्फी खींचने के लिए या प्रतिमा देखने के लिए रोड पर खड़े होंगे तो जाम की दिक्कत और ज्यादा बढ़ेगी. एबीपी न्यूज़ ने इस मामले में बीएमसी की प्रतिक्रिया जानने के लिए मेयर किशोरी पेडणेकर से संपर्क भी किया उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.


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