महाराष्ट्र में मुंबई और अन्य इलाकों में लगातार भारी बारिश के बाद राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की. कोल्हापुर में पंचगंगा नदी खतरे के निशान को छू रही है.


मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में ठाकरे ने अधिकारियों को सतर्क रहने और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा कि इस दौरान लोगों को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े.


बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों से भी बातचीत की. बयान में कहा गया कि बुधवार से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजकर 30 मिनट तक मुंबई में 331.08 मिमी बारिश हुई जबकि उपनगरों में बुधवार से 162.3 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं शहर में 106 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चली जबकि अन्य स्थानों पर हवा की रफ्तार 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी.


मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों से हवा की वजह से गिरे पेड़ों को तेजी से हटाने का आदेश दिया है.


मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और रेलवे पुलिस की टीम द्वारा दक्षिणी मुंबई के मस्जिद बंदर स्टेशन के नजदीक पटरियों पर पानी भरने से दो लोकल ट्रेनों में फंसे 290 यात्रियों को सुरक्षित निकालने के कार्य की प्रशंसा की.


बयान में बताया गया कि मस्जिद बंदर में एक मोटर पंप से बिजली का झटका लगने से एक रेल कर्मी की मौत हो गई. वहीं कुर्ला में पेड़ गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया.


बयान में कहा गया कि मुंबई में 361 पेड़ गिर गए और दीवार गिरने की भी 15 घटनाएं हुईं हैं. वहीं ठाकरे ने कोंकण और पुणे संभाग के आयुक्तों से कहा कि वह नदियों के किनारे रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित करें.


कोल्हापुर, रायगढ़ और रत्नागिरी में भारी बारिश के बाद नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है. एनडीआरएफ की 16 टीमें राज्य के बारिश प्रभावित इलाकों में तैनात हैं जिनमें से चार कोल्हापुर भेजी गई हैं.