चव्हाण ने ट्वीट किया, ‘‘ मलाड, कल्याण, पुणे में दीवार गिरने की घटना में 25 लोगों की जान चली गई. मुम्बई में सड़कें बह गई हैं। क्या बारिश के साथ-साथ भ्रष्टाचार भी उतना ही जिम्मेदार नहीं है. सरकार इस भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को 'क्लीन चिट' दे सकती है. पर क्या इससे वे वापस आ आंएगे, जिनकी मौत हुई है. लेकिन क्या कोई आश्वासन है कि ऐसी घटनाएं दोहराई नहीं जाएंगी.’’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता धनंजय मुंडे ने भी सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा की आलोचना की और दीवार गिरने की घटनाओं के बाद मुम्बई में सड़कों, पुलों और इमारतों के संरचनात्मक ऑडिट की मांग की. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों ने वादा किया था कि मुम्बई में अब पानी नहीं भरेगा.
दीवार ढहने की ताजा घटनाओं का जिक्र करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता ने शहर की विभिन्न संरचनाओं के ऑडिट कराने की भी अपील की. मुंडे ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘हम सदन में ऐसे ऑडिट की मांग करते रहे हैं. लेकिन ऐसा तभी संभव है अगर सत्तारूढ़ पार्टी को चुनावों से समय मिले.’’
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