मुंबई: डॉन सिनेमा द्वारा ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ होने वाली ईरानी निर्देशक माजिद मजीदी द्वारा निर्देशित विवादित फ़िल्म ‘मुहम्मद: द मैसेंजर ऑफ गॉड’ पर गृहमंत्री अनिल देशमुख ने त्वरित पाबंदी लगाने की मांग की है. यह फिल्म आगामी 21 जुलाई को रिलीज़ होने वाली थी. जबसे इस फिल्म को हिंदी में डब कर हिंदुस्तान में रिलीज करने की खबर आई तब से ही मुस्लिम संगठन रज़ा अकादमी ने इसका विरोध शुरू दिया.


रजा अकादमी के विरोध पर राज्य के गृह मंत्री ने केंद्र को खत लिखा और इसके प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है. अकादमी के कुछ लोग डॉन सिनेमा के मालिक महमूद अली को भी ज्ञापन देने गए थे. जबकि महमूद अली ने उनसे कहा कि फ़िल्म का कॉपीराइट हमारे पास है लेकिन कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ये फ़िल्म दिखाई जा रही है. पहले आप उन सब को रोकिए फिर मैं भी रिलीज़ नहीं करूंगा.


महमूद अली ने बताया, ''कमिश्नर ने उनको अपने दफ्तर बुलाया है, वहीं से वह माननीय गृहमंत्री से मिलने का समय मांगेंगे. उन्होंने कहा कि जब इस सब्जेक्ट पर इससे पहले भी कई फिल्में बन चुकी हैं और पूरे विश्व में देखी और सराही गई हैं तो फिर इस फिल्म पर इतनी हाय-तौबा क्यों? जबकि मैंने अकादमी वालों से यह भी कहा था कि आप लोग एक बार फिल्म देख लें उसके बाद यदि कोई आपत्ति होती है तो मैं फ़िल्म नहीं रिलीज़ करुंगा.''


डॉन सिनेमा पोर्टल चलाने वाले महमूद अली ने कहा कि हम एक लोकतांत्रिक देश के निवासी हैं और देश के कानून पर पूरा भरोसा है कि वह न्याय करेगा. वहीं मुस्लिम संगठन रजा अकादमी का कहना है कि इस फिल्म में हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब पर की छवि बिगाड़ने की कोशिश की गई है जिसका यह मुस्लिम संगठन विरोध करता है.


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