मुंबई: अगर आपने होम लोन लिया है तो आपके लिए राहत की खबर है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अपनी क्रेडिट पॉलिसी का एलान किया है, जिसमें रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कटौती की गई है. आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कमी है. रेपो रेट अब 5.40 फीसदी से 5.15 फीसदी हो गया है. रेपो रेट वो दर है जिसपर रिजर्व बैंक कमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है.


ईएमआई घटने की उम्मीद भी बढ़ी


आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 4.90 फीसदी और बैंक रेट 5.40 फीसदी रखा है. आरबीआई ने ब्याज दरों में लगातार 5वीं बार कटौती की है. इस फैसले के बाद आम लोगों के लिए बैंक से कर्ज लेना सस्ता हो जाएगा. साथ ही ईएमआई घटने की उम्मीद भी बढ़ जाएगी. आरबीआई ने अगस्त में ब्याज दरें 0.35 फीसदी घटाई थी.


रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास पहले ही संकेत दे चुके थे कि मुद्रास्फीति के अनुकूल दायरे में रहने से नीतिगत दर में नरमी की और गुंजाइश हो सकती है. रिजर्व बैंक ने बैंकों से एक अक्टूबर से अपने सभी कर्ज को बाहरी मानक मसलन रेपो दर से जोड़ने को कहा है. इससे रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर में कटौती का लाभ अधिक तेजी से उपभोक्ताओं को मिल सकेगा.


अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए सरकार ने उठाए कई बड़े कदम


उल्लेखनीय है कि सरकार ने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए हाल में कई कदम उठाए हैं. कॉरपोरेट कर की दर में बड़ी कटौती की गई है. वहीं, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों पर लगाया गया बढ़ा अधिभार वापस ले लिया गया. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 5 प्रतिशत पर आ गई है जो इसका छह साल का निचला स्तर है.


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