Mumbai News: दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद अंडरवर्लड डॉन छोटा राजन के जन्मदिन मनाने को लेकर लगे पोस्टर मामले पर मुंबई पुलिस जांच में जुटी है. इस जांच में पुलिस को एक रसीद बुक मिली जिसमें छोटा राजन के जन्मदिन मनाने के लिए उसका नाम और फोटो छपी हुई थी.
पुलिस जांच में ये भी सामने आया कि इन्ही रसीद बुक का इस्तेमाल कर के छोटा राजन का जन्मदिन मनाने को लेकर व्यापारियों को धमकी देकर पैसे वसूले गए. इससे पहले कुरार पुलिस ने एक इमिटेशन ज्वैलरी का व्यापार करने वाले व्यापारी की शिकायत पर 6 आरोपियों के खिलाफ वसूली का मामला दर्ज किया है. आरोप है कि इन्होंने छोटा राजन के पोस्टर लगाकर कबड्डी टूर्नामेंट का आयोजन किया था.
कोर्डवर्ड में छोटो राजन का नाम
पुलिस ने जो रसीद बुक जब्त की है वो एबीपी न्यूज़ के हाथ लगी है. इस रसीद में कोडवर्ड में CR यानी कि छोटा राजन की फोटो छपा है. पुलिस ने बताया की डॉन के गुर्गों ने बाकायदा एक रसीद बुक छपवाई थी जिसके जरिए वो व्यापारियों से अवैध रूप से डरा धमकाकर वसूली कर रहे थे.
पुलिस को आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में इस तरह की रसीद बुक मिली है. वहीं डॉन के इन गुर्गों के बचाव में छोटा राजन का भाई दीपक निकालजे भी सामने आया है. इसने बकायदा बयान दिया है कि किसी का जन्मदिन मनाना गलत नहीं है अगर कोई किसी को पसंद करता है और जन्मदिन मनाता है तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
6 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बता दें, वसूली का ये नया फंडा तब सामने आया जब 4 दिन पहले मुंबई की कुरार पुलिस को ये सूचना मिली कि एक कबड्डी स्पर्धा में डॉन छोटा राजन के पोस्टर बैनर लगे. जिसके बाद मौके पर पहुची पुंलिस ने सारे पोस्टर बैनर जब्त कर लिए. साथ ही एक गैंगस्टर के फोटो इस तरह से सार्वजनिक जगहों पर लगाने के आरोप में 6 लोगों को कुरार पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था.
वसूली के लिए बाकायदा एक एनजीओ भी खोला
सूत्रों ने बताया की आरोपियों से पुछताछ शुरू की तो पता चला कि कबड्डी स्पर्धा सिर्फ नाम की है ये सीधे तौर पर राजन के नाम पर वसूली का कारोबार करते हैं. इन्होंने वसूली के लिए बाकायदा एक एनजीओ भी खोल रखी थी. उस एनजीओ की आड़ में लोगों से प्रोटेक्शन के नाम पर वसूली की जाती थी. इसके लिए उस एनजीओ के नाम पर लोगों को रसीद दी जाती थी ताकि रसीद देखकर ही लोग समझ जाएं कि ये पैसा किसे जा रहा है. साथ ही लोगों को स्पष्ट मेसेज मिले कि वो छोटा राजन के गैंग के हैं और उनको पैसे देकर खुद को प्रोटेक्ट भी कर रहे हैं.
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