Mumbai Sakinaka Rape Case: मुंबई के साकिनाका रेप कांड में गैरज़िम्मेदाराना बयान देने के बाद विवादों में घिरे मुंबई के पुलिस कमिश्रनर हेमंत नगराले ने अब अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है. मैंने कहा था कि पुलिस हर जगह मौजूद नहीं रह सकती, पुलिस हर जगह पहुंच ज़रूर सकती है.
कमिश्रनर हेमंत नगराले ने अपनी सफाई में कहा, " मैंने राष्ट्रीय महिला आयोग की मेंबर चंद्रमुखी मैडम का टीवी पर एक बयान सुना, जिसमें वो मेरी कही बातों से सहमत हुईं कि हर जगह पुलिस मौजूद नहीं रह सकती है. मैंने जो कहा था कुछ लोगों ने उसका गलत ये (मतलब) निकाला है. मैंने ये कहा था कि पुलिस हर जगह मौजूद नहीं हो सकती. पुलिस हर जगह पहुंच ज़रूर सकती है और हम वहां 10 मिनट के अंदर पहुंच गए थे."
हेमंत नगराले ने अपनी बात को दोहराते हुए कहा कि ये पुलिसवालों के लिए नामुमकिन है कि वो हर जगह मौजूद रहे. इसलिए मैं अपने बयान पर कायम हूं. ये एक तथ्यात्मक बयान है.
क्या है पूरा मामला?
मुंबई के साकीनाका इलाके में कुछ दिन पहले ही एक 30 वर्षीय महिला के साथ रेप हुआ और उसके बाद उसके साथ आरोपी ने क्रूरता भी की. बाद में इलाज के दौरान घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में महिला ने दम तोड़ दिया. इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच चल रही है.
इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुंबई के पुलिस कमिश्नर हेमंत नगराले ने कहा कि हर घटना की जगह पर पुलिस मौजूद तो नहीं रह सकती है, जानकारी मिलने के बाद ही पुलिस हरकत में आती है और वहां पहुंचती है. हेमंत नगराले के इस बयान पर विवाद हो गया और उनके बयान की आलोचना हुई.