Mumbai Murder: पत्नी ने स्लो पॉइजन देकर पति को उतारा मौत के घाट, पढ़िए साजिश से अंजाम तक की पूरी कहानी
Mumbai Murder: क्राइम ब्रांच का कहना है कि कविता और हितेश मुंबई के अलग-अलग होटलों में मिलते थे और साजिश को कैसे अंजाम दिया जाए इसकी प्लानिंग करते थे.
Mumbai Murder: मुंबई के हाई प्रोफाइल इलाकों में से एक सांताक्रूज से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने प्रेमी के साथ प्लानिंग कर अपने पति की हत्या कर दी. चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों ने हत्या करने के लिए किसी वेपन का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि स्लो पॉइजन का इस्तेमाल कर दो महीने से हत्या की साजिश को अंजाम दे रहे थे.
क्राइम ब्रांच यूनिट 9 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय खटाले ने बताया, जिस शख्स की मौत हुई, उसका नाम कमलकांत शाह है और इस हत्या को अंजाम उनकी पत्नी कविता शाह उर्फ काजल और कविता के प्रेमी हितेश जैन ने मिलकर दिया.
क्राइम ब्रांच ने कविता और हितेश को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्हें कोर्ट ने 12 दिसंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. पुलिस को यह भी शक है कि आरोपियों ने इसी तरह स्लो पॉइजन देकर कमलकांत की मां की भी हत्या की थी. फिलहाल इस संदर्भ में पुलिस सबूतों की तलाश में है. कमलकांत की मौत 19 सितंबर को हुई थी और उनकी मां की मौत 13 अगस्त को एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी. दोनों की मौत मल्टिपल ऑर्गन फेल होने की वजह से हुई.
मामला सामने कैसे आया?
कमलकांत की तबियत ठीक न होने की वजह से उन्हें 3 सितंबर को अस्पताल ले जाया गया था, तब से लेकर 19 सितंबर तक वे हॉस्पिटल में भर्ती थे और डॉक्टरों को शक हुआ कि इनकी तबीयत इतनी ज्यादा कैसे खराब हो सकती है. इसी वजह से उनका ब्लड टेस्ट (हेवी मेटल टेस्ट) करवाया गया और रिपोर्ट चौंकाने वाली निकली. पुलिस ने बताया कि उनकी ब्लड रिपोर्ट में आर्सेनिक और थिलियम जैसे केमिकल मिले और ये सामान्य से बहुत ज्यादा थे. इसके बाद डॉक्टरों ने कमलकांत के परिवार के सभी लोगों के ब्लड टेस्ट कराने को कहा था.
सूत्रों ने बताया की कविता शुरुआत में ब्लड टेस्ट करवाने से कतरा रही थी, लेकिन करीब 10 दिनों के बाद उसने अपना ब्लड टेस्ट कराया. रिपोर्ट में उसके भी ब्लड में आर्सेनिक मिला, पुलिस ने बताया कि ये आर्सेनिक कमलकांत के ब्लड में मिले आर्सेनिक की तुलना में बेहद कम था. इतने दिनों की लंबी पूछताछ के दौरान क्राइम ब्रांच को शक है कि जांच को गुमराह करने के लिए शायद कविता ने उस दौरान खुद भी थोड़ा आर्सेनिक लिया होगा.
हत्या को कैसे अंजाम दिया गया?
कविता और उसके पति के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था, इसी वजह से वो अपने पति से पिछले साल अलग हो गई थी और विले पार्ले में किराए के एक घर में रहने लगी. कमलकांत की बहन ने दोनों के बीच बातचीत कराई और उसकी पहल के बाद इस साल जून में वह वापस कमलकांत के सांताक्रूज वाले घर में रहने आ गई.
क्राइम ब्रांच का कहना है कि आरोपी कविता ने इंटरनेट पर पूरी रिसर्च की और पता लगाया की स्लो पॉइजन कैसे देना है और इसके बाद उसने भायखला के एक केमिकल विक्रेता से आर्सेनिक खरीदा. यह पूरा प्लान कविता का था और प्रेमी होने की वजह से हितेश ने उसकी प्लानिंग में मदद की.
जांच के दौरान पता चला है कि कविता ने अपनी सास सरला और पति कमलकांत को ड्रिंक और खाने में मिलाकर केमिकल दिए. इसकी वजह से सरला की मौत अगस्त के महीने में हो गई, सरला की उम्र ज्यादा थी, इसी वजह से डॉक्टरों को संदेह भी नहीं हुआ कि उनका ऑर्गन फेल क्यों हो रहा है पर जब बात कमलकांत की थी, तब उनकी उम्र को देखते हुए उनके शरीर में हुए बदलाव की वजह से डॉक्टर को शक हुआ था.
सबूत मिटाए गए
कमलकांत की मां सरला की मौत हुई थी तब कविता ने उनका अंतिम संस्कार भी आनन फानन कराया था. उसे डर था कि कहीं पता ना चल जाए. क्राइम ब्रांच का कहना है कि कविता और हितेश मुंबई के अलग-अलग होटलों में मिलते थे और साजिश को कैसे अंजाम दिया जाए इसकी प्लानिंग करते थे. हितेश ने नासिक हाइवे पर कहीं अपना मोबाइल फ़ोन भी फेंक दिया था, ताकि पुलिस को किसी भी चीज का सबूत ना मिले. पुलिस ने सबूत इकट्ठा करने के लिए कमलकांत के घर में मौजूद हर चीज में केमिकल ढूंढने की कोशिश की जैसे की चम्मच, ग्लास, टॉप और दूसरे बर्तन पर पुलिस को केमिकल का सुराग नहीं मिला.
क्या कहते हैं डॉक्टर?
मुंबई के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक KEM अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के हेड डॉक्टर हरीश पाठक ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि यह ड्रग्स बहुत ही खतरनाक है इसमें किसी भी तरह की गंध, या कोई स्वाद भी नहीं होता. इस केमिकल का शिकार हुए शख्स के शरीर से यह बड़ी आसानी से मिल जाता है.