मुंबई: बीएमसी ने बढ़ते मलेरिया और डेंगू के मामलों को देखते हुए G साउथ वार्ड जिसमें लोअर परेल, प्रभादेवी, वर्ली और महालक्ष्मी जैसे क्षेत्र शामिल हैं उसमें ड्रोन के ज़रिये दवाई छिड़कने का कार्य को शुरू किया है.
बताया जा रहा है कि, इन इलाकों में कई मिलें हैं जो उनकी ऊंचाई या उनकी जर्जर स्थिति के वजह से मच्छरों का घर बन चुका है और बारिश के मौसम के वजह से बीमारी भी फैल रही है. आज वर्ली इलाके के नेस्टले अपार्टमेंट के छत पर बीएमसी के कर्मचारियों ने ड्रोन के ज़रिये नज़्दिक में बसे बॉम्बे डायिंग मिल में दवाई छिड़कने का कार्य कर रहे है.
ड्रोन से दवाई छिड़कने का कार्य
बीएमसी ने ड्रोन से दवाई छिड़कने का कार्य आज वर्ली इलाके के नेस्टले बिल्डिंग के छत पर किया. विशाल ड्रोन जिसमें केमिकल से भरी बोतल भी है जो ड्रोन के सहारे मिल के उपरी इलाकों में फसे बारिश के पानी के उपर छिड़की जाएंगी. बॉम्बे डायिंग मिल काफी पुरानी और जर्जर स्तिथि में है जहां बारिश का पानी जमा हो जाता है और जमा होने के कारण वहां मलेरिया और डेंगू के मछरों का प्रजनन होता है जो आस पास के इलाकों में बीमारी फेलाता है.
मुंबई में रहने वाले रोहित कार्ले जो की एक ड्रोन ओपरेटर है जिनकी थिंकरियल ऑटोनॉमस नामक एक कंपनी है. रोहित बिना कोई शुल्क लिए अपनी मर्जी से बीएमसी की मदद कर रहे हैं. उनका केहना है के यह ड्रोन 500 मीटर की दूरी तक जाता है वहीं 10 मिनट तक दवाई छिड़कने की क्षमता रखता है. इस ड्रोन का वजन 10-12 किलो का होगा. वहीं ड्रोन के नीचे केमिकल से भरी बोतल उन्होंने खुद बनाई है और ड्रोन से जोड़ी है.
7 लाख का ड्रोन खरीदा
G साउथ वार्ड के प्रशांत कांबले जो पेस्ट कंट्रोल ऑफिसर है उनका केहना है के जी साउथ में हमेशा से मलेरिया और डेंगू के मामले ज्यादा देखे गए है क्योंकि यहां पुरानी मिलें है जो काफी खंडर स्तिथि में है. पिछले साल बारिश के मौसम में 900 के करीब मामले आये थे लेकिन इस साल यह मामले 50 प्रतिशत से कम हुए है. G साउथ के सहायक नगर आयुक्त शरद उघाड़े के मदद से हमने यह 7 लाख का ड्रोन खरीदा और कई इलाकों में इसके मदद से हम दवाई छिड़क रहे है.
वहीं हेल्थ ऑफिसर का केहना है के डेंगू खासकर उन इलाकों में फेलता है जहां जमा हुआ पानी हो जैसे के पौधे के नीचे और ड्रम में और नालों में, हेल्थ ऑफिसर बिनती करते है के जमे हुए पानी को साफ किया जाए और सुखाया जाए.
नेस्टले अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों में से कुछ महिलाएं का कहना है कि यहां के इलाकों में बहुत मच्छर है जो बीमारी फेलाते हैं. कुछ ही दिन पहले डेंगू से एक व्यक्ति अस्पताल में भर्ती हो गए. महिलाओं का कहना है कि बच्चों का खास ध्यान रखना पड़ता है.
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