कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने पिछले दो महीनों में मुंबई में मौत का ऐसा तांडव मचाया, जिसने पूरे देश को हिला दिया था. मुंबई में हर दिन हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो रही थी. राज्य सरकार के लॉकडाउन की घोषणा के बाद धीरे धीरे कोविड से मरने वालों का आंकड़ा कम होता चला गया और अब मंगलवार को पहली बार शहर में सिर्फ सात लोगों की मौत हुई है. मुंबई ने मंगलवार को कोविड 19 के चलते सात मौतों की सूचना मिली है, जो पिछले ढाई महीनों में सबसे कम मौतें मानी गई हैं.
दरअसल शहर में 20 मार्च को महामारी की दूसरी लहर की शुरुआत में सात मौतें दर्ज की गई थीं, जिसके बाद ये आंकड़ा लगातार बढ़ता चला गया था, लेकिन अब शहर का कुल टोल 15,006 हो गया है. वहीं मंगलवार को मुंबई में 682 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं. जबकि कुल एक्टिव केस 15,000 से ज्यादा हैं. जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस की सकारात्मकता दर 3 प्रतिशत से नीचे बनी हुई है. वैसे मुंबई एकमात्र ऐसा शहर है जो अपने हर रोज के आंकड़ों को वास्तविक समय में अपडेट करता है.
राज्य में हुई 702 मौतें
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को पुणे ने अपनी टैली में 37 और नागपुर में 18 मौतें दर्ज की हैं. वहीं महाराष्ट्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कोविड 19 के चलते 702 मौतों की सूचना दी है.
जंबो सेंटर से हटाया जाएगा अतिरिक्त स्टाफ
मुंबई में कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट के चलते बृहन्मुंबई नगर निगम संविदा कर्मचारियों को जंबो कोविड 19 केंद्रों से राहत दे रहा है. अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि अब मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है, इसलिए जंबो सेंटर में सीमित वार्ड खुले रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे अतिरिक्त स्टाफ की जरूरत न पड़ सके.
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