एसेंशियल स्टाफ के लिए मुंबई के चुनिंदा रूट पर आज से शुरू हुई लोकल ट्रेन, इन बातों का रखना होगा ध्यान
मुंबई लोकल ट्रेनों की क्षमता सामान्यतया 1200 यात्रियों की होती है लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में सिर्फ 700 यात्रियों को ही एक बार में एक ट्रेन में चढ़ने दिया जाएगा.
मुंबई: कोरोना वायरस से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित शहर मुंबई की लाइफलाइन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन आज से शुरू हो गई है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले सप्ताह ही केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय से इनको दोबारा शुरू करने का आग्रह किया था. महाराष्ट्र सरकार की इस मांग के आज ये सेवा शुरू हो गई, लेकिन सबअर्बन ट्रेन सेवाओं को सीमित संख्या में सिर्फ राज्य सरकार के एसेंशियल स्टाफ के लिए शुरू किया गया है.
पश्चिमी रेलवे की सबअर्बन रेल सर्विस
दोबारा शुरू हो रही लोकल को देखते हुए पश्चिमी रेलवे ने चर्चगेट से दहानू रोड के बीच ट्रेन शुरू कर रही है. इस रूट पर 73 जोड़ी सबअर्बन ट्रेन चलेंगी. यानी इस रूट पर कुल 146 सबअर्बन ट्रेन शुरू होंगी. प्रत्येक ट्रेन रेक में 12 कोच होंगे.
ट्रेनों का रूट और समय
ये ट्रेनें सुबह 5:30 बजे से रात 11:30 बजे तक हर 15 मिनट के अंतराल पर चलेंगी. इनमें से 65 जोड़ी ट्रेनें चर्चगेट से विरार के बीच चलेंगी और बाकी 8 जोड़ी ट्रेनें विरार से दहानू रोड तक चलेंगी. ये ट्रेनें चर्चगेट से बोरीवली तक सामान्य लोकल ट्रेनों की तरह तेज गति से चलेंगी लेकिन उससे आगे धीमी गति से चलेंगी.
सेंट्रल रेलवे की सबअर्बन रेल सर्विस
रेलवे के मुंबई डिविजन की ओर से अप और डाउन मिला कर कुल 200 ईएमयू ट्रेनें चलेंगी. इन ट्रेनों का स्टॉपेज फास्ट लोकल की तरह सिर्फ प्रमुख स्टेशनों पर ही होगा. ये ट्रेनें पहले से चल रही रेलवे कर्मचारी स्पेशल ट्रेनों के अलावा हैं.
ट्रेनों का रूट-
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से कसारा, करजत, कल्याण, ठाणे के बीच कुल 130 ट्रेनें चलेंगी जबकि सीएसएमटी और पनवेल के बीच 70 ट्रेनें चलेंगी.
आम जनता को इजाजत नहीं
ये ट्रेनें आम जनता के लिए नहीं होंगी. सिर्फ महाराष्ट्र सरकार द्वारा नामित उसके एसेंशियल स्टाफ ही यात्रा कर सकेंगे. पश्चिमी रेलवे की सबअर्बन ट्रेनों के 50 हजार यात्रियों को मिलाकर राज्य सरकार के कुल 1.25 लाख एसेंशियल स्टाफ इन ट्रेनों से यात्रा करेंगे.
सरकारी आईडी कार्ड जरूरी
ऐसे एसेंशियल स्टाफ के लिए बुकिंग विंडो भी खोली जाएंगी, जहां वो अपना सरकारी आईडी कार्ड दिखा कर टिकट ले सकते हैं. स्टेशनों के भीतर आईडी कार्ड के बिना एंट्री नहीं हो सकेगी. ध्यान रहे कि स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा नहीं मिलेगी और न ही किसी हॉकर को सामान बेचने की अनुमति दी जाएगी. यानी अपना खाना भी साथ लेकर ही चलें.
पहचान को लेकर सख्ती
रेलवे और राज्य सरकार के अधिकारी बहुस्तरीय चेकिंग के द्वारा ये सुनिश्चित करेंगे कि एसेंशियल स्टाफ के अलावा कोई अन्य यात्री ट्रेन में मौजूद न हो.
ट्रेनों में होगी सोशल डिस्टेंसिंग
प्रत्येक ट्रेन की क्षमता 1200 यात्रियों की होती है लेकिन एक ट्रेन में सिर्फ 700 यात्रियों को ही अनुमति दी जाएगी. रेलवे ने यात्रियों से आग्रह किया है कि पूरी यात्रा के दौरान मास्क पहने रहें और हाथों को सैनिटाइज रखें.
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