वॉशिंगटन: 2008 मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तानी मूल के कनाडाई कारोबारी तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पित किए जाने के भारत के अनुरोध पर लॉस एंजिलिस में फिर गिरफ्तार किया गया है. राणा (59) हाल ही में जेल से रिहा किया गया था. उसने अदालत को बताया था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. इसके बाद उसे रिहा कर दिया गया था.


अभियोजकों ने बताया कि भारत ने उसे प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया था, जिसके बाद उसे फिर से गिरफ्तार किया गया. भारत में राणा को भगोड़ा घोषित किया गया है. मुंबई में हुए आतंकी हमलों में 160 से अधिक लोग मारे गए थे.


पिछले हफ्ते किया गया जेल से रिहा
पाकिस्तान में जन्मे कनाडाई तहव्वुर राणा को मुंबई हमलों के संबंध में एक अपराध का दोषी ठहराया गया था, हालांकि अमेरिकी अभियोजक 2011 में चले मुकदमे के दौरान उस पर आतंकवाद का वह आरोप साबित करने में नाकाम रहे जो उसे उन हमलों से सीधे जोड़ता था. राणा आतंकवादी संगठनों की मदद करने के मामले में 14 साल की जेल की सजा काट रहा था, लेकिन उसे पिछले हफ्ते खराब सेहत और कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण लॉस एंजिलिस की एक संघीय जेल से जल्दी रिहा कर दिया गया.


राणा को पाकिस्तानी आतंकवादी ग्रुप लश्कर-ए-तैयबा को मदद मुहैया कराने के लिए शिकागो में दोषी करार दिया गया था. इस आतंकवादी ग्रुप ने भारत में हमले की योजना बनाई थी. साथ ही उसे डेनमार्क के उस अखबार पर हमला करने की साजिश में मदद करने के लिए भी गिरफ्तार किया गया था, जिसने 2005 में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित किए थे. हालांकि इस हमले को अंजाम नहीं दिया गया. इन कार्टूनों ने कई मुसलमानों को आक्रोशित कर दिया था क्योंकि इस्लाम में पैगंबर की तस्वीरों पर पाबंदी है. कोर्ट ने राणा को मुंबई में हमले करने वाले 10 लोगों की मदद करने के बेहद गंभीर आरोप से मुक्त कर दिया था.


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