मुम्बई: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध की आग बंगाल से लेकर दिल्ली तक फैली है. रविवार को दिल्ली में हुए हिंसक आंदोलन के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के ख़िलाफ मुम्बई के छात्र भी सड़कों पर उतर आए.


TISS छात्रों का प्रदर्शन


सुबह करीब 11 बजे मुंबई के चेम्बूर इलाके में स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. छात्रों ने सोमवार को क्लास और फील्ड वर्क का बहिष्कार करने का फैसला किया. छात्रों ने TISS कैंपस से पांच किलोमीटर की पदयात्रा कर बाबासाहेब आंबेडकर उद्यान तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला. कोई हिंसा ना हो इसलिए पुलिस ने रूट की ट्रैफिक डाइवर्ट कर दी थी. छात्रों ने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और नॉर्थ ईस्ट की कुछ यूनिवर्सिटी के छात्रों पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक कार्रवाई की है जिसके खिलाफ वे विरोध कर रहे हैं.


TISS स्टूडेंट के अलावा भी कई संगठनों के लोग प्रोटेस्ट मार्च में शामिल हुए जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारे लगाए. छात्रों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.


मुम्बई विश्वविद्यालय कैंपस में भी प्रदर्शन


आज शाम चार बजे मुम्बई के कलीना इलाके में स्थित मुम्बई विश्वविद्यालय के कैंपस गेट पर भी स्टूडेंट ने विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में सामाजिक कार्यकर्ता और महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी, एक्टर सुशांत सिंह भी पहुंचे. स्टूडेंट के अलावा अलग-अलग छात्र संगठनों के कार्यकर्ता भी दिखे. आम आदमी पार्टी और NSUI छात्र संघ के कार्यकर्ता भी दिखे. पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बीच सैकड़ों लोगों ने नारेबाजी कर अपना विरोध जताया.


दादर के अम्बेडकर भवन में प्रदर्शन


दिल्ली के छात्रों को अपना समर्थन देने और छात्र एकता के लिए रात 8 बजे दलित छात्रों का संगठन भी विरोध प्रदर्शन करेगा. गौरतलब है कि दादर के अम्बेडकर भवन का संचालन और कार्यभार वंचित बहुजन आघाड़ी के नेता प्रकाश अम्बेडकर करते हैं.


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