Mumbai Trans Harbour Link Bridge: मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ने वाला 'मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक ब्रिज' शहर को एक नई पहचान देने के लिए तैयार है. इस साल के दिसंबर महीने से जनता के लिए शुरू होने वाला यह ब्रिज, समंदर पर बना देश का सबसे बड़ा पुल होगा, जिसकी नींव 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी. 


मुंबई से नवी मुंबई का सफर जो अभी तक करीब 2 घंटे में तय होता था, इस ब्रिज के बनने के बाद अब सिर्फ 20 मिनट लगेंगे. समंदर के ऊपर बन रहे इस सबसे लंबे ब्रिज के पैकेज वन और पैकेज टू को जोड़ने के मौके पर बुधवार (24 मई) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे. खुद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ड्राइविंग सीट पर बैठे और बगल में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बैठाकर गाड़ी चलाई और ब्रिज का निरीक्षण किया.


इस 22 किलोमीटर लंबी ब्रिज को बनाने के लिए तमाम तरह की कठिनाइयों और जिम्मेदारियों को निभाने की जरूरत थी. एमएमआरडीए ने इसको बनाने के लिए उन तमाम तरह के साधनों का प्रयोग किया जिससे यह ब्रिज सुरक्षित रहे और पर्यावरण को भी नुकसान न पहुंचे.


फ्लेमिंगो पक्षी को न हो नुकसान
समंदर में लगभग 16 किलोमीटर के दायरे में जहां ब्रिज बना है वहां पर सालों से फ्लेमिंगो पक्षी आते हैं जोकि मुंबई, नवी मुंबई और मुंबई के शिवडी इलाके की एक पहचान और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं. इन पक्षियों को किसी भी तरह से नुकसान न हो, इसका भी खास ध्यान रखा गया है. 


इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यह जानकारी दी कि ब्रिज बनने के बाद फ्लेमिंगो पक्षी कम नहीं हुए, बल्कि उनकी तादाद ज्यादा बढ़ी है, यह एक सुखद बात है. इस ब्रिज के बनने के बाद मुंबई और नवी मुंबई, साथ ही रायगढ़ और गोवा का मार्ग सरल हो जाएगा. जिसकी वजह से जनता को आने-जाने का तो फायदा होगा ही, साथ ही व्यापार बढ़ जाएगा और मुंबई और नवी मुंबई के साथ ही पूरे महाराष्ट्र को एक नई पहचान मिलेगी.


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