मुंबई: मुंबई पुलिस ने 11 महीने बाद 75 वर्षीय गुलाबी शेट्टी नाम की महिला की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या की वजह की तलाश शुरू कर दी है. डीएन नगर पुलिस ने बताया कि 24 फरवरी 2020 को पुलिस को जब इस हत्या की जानकारी मिली थी तब पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. लेकिन आरोपी उनके हाथ नहीं लग रहा था.
हाल ही में बांद्रा पुलिस एक हाउस ब्रेकिंग मामले की जांच कर रही थी. उसी दौरान पुलिस ने 23 वर्षीय नूराली सत्तार को कोलकाता से और 21 वर्षीय राशेदुल शेख को मुंबई से गिरफ्तार किया था. पुलिस जब इनसे पूछताछ कर रही थी और इनके पुराने मामले खंगाल रही थी उसी दौरान एक आरोपी 11 महीने पहले की हत्या का राज खोल दिया. इसे सुनते ही पुलिस के होश उड़ गए और बांद्रा पुलिस ने इस बात की जानकारी डीएन नगर पुलिस को दी और साथ मे जांच करनी शुरू कर दी.
क्या था पूरा मामला?
गुलाबी शेट्टी जो अपने पति की हत्या और बेटी की शादी करा देने के बाद से ही अंधेरी के वर्सोवा इलाके में अकेले रहती थी. गुलाबी शेट्टी की लाश उनके रिश्तेदारों को उनके ही घर के बाथरूम में मिली थी. पुलिस ने बताया कि 24 फरवरी की शाम 4 बजे के आसपास गुलाबी की रिश्तेदार सुजाता ने बताया कि वो गुलाबी से मिलने गयी लेकिन कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद जब उनकी मां ने दरवाजा नहीं खोला तो वह वहां से चली गयी. कुछ देर बाद सुजाता के पति वहां पहुंचे तो देखा घर कि दरवाजा खुला था और बाथरूम में पीली रंग की साड़ी में लिपटी गुलाबी गिरी थीं.
गुलाबी बेहोश थी और जब उन्हें अस्पताल लेकर गए तब तक उनकी मौत हो गयी थी. पुलिस की मानें तो आरोपी ने पूरे घर को उथल पुथल कर दिया था और आरोपी ने गुलाबी का मुंह, गला, हाथ और पैर उनकी साड़ी से बहुत जोर से बांध दिया. इस वजह से उनका दम घुट गया और उनकी मौत हो गयी.
गुलाबी की बेटी मनोरमा ने पुलिस को बताया कि उनकी मां ने तीन घर भाड़े पर दिया था उसमें से एक भड़ोत्री ने करीब 1 बजे गुलाबी को देखा था उस समय वो सामान्य थीं. पुलिस ने उस वक्त उस इलाके के कई सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की थी लेकिन उन्हें उस वक्त कुछ नहीं मिला था.
पति की भी हुई थी हत्या!
गुलाबी शेट्टी की कई प्रोपेर्टी अंधेरी इलाके में थी और उन्हीं में से एक प्रोपेर्टी के विवाद के कारण 1997 में उनके पति नारायण शेट्टी की चाकू से गोंदकर हत्या कर दी गयी थी. उस वक्त हत्यारों ने मनोरमा को भी मारने की कोशिश की थी पर उस समय वह बच गयी थी. मनोरमा के साथ साथ पुलिस को भी शक था कि इस हत्या के पीछे उन्हीं लोगों का तो हाथ नहीं? फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया था जहां उन्हें 15 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. पुलिस अब ये जानना चाहती है हत्या क्यों और कैसे की गई?