नई दिल्ली: मुंबई के अंधेरी में ढहने वाले गोखले ओवरब्रिज की महज सात महीने पहले ही नवंबर 2017 में सेफ्टी ऑडिट की गई थी. रेल मंत्रालय ने इस घटना की जांच के आदेश दिये हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वेस्टर्न सर्कल के रेल सुरक्षा आयुक्त को इस घटना की जांच करने और 15 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
गोयल ने कहा कि अगले छह महीनों में रेलवे, बृहन्मुंबई महानगरपालिका और आईआईटी, मुंबई यात्रियों के लिए सुरक्षा को बेहतर करने के उद्देश्य से 445 रोड ओवरब्रिज की एक संयुक्त सेफ्टी ऑडिट करेगा.
गोयल ने कहा कि इस पुल की ऑडिट नवंबर 2017 में की गई थी. वहीं, पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता रवींद्र भाकर ने कहा, ‘‘नियमित निरीक्षण के तहत नवंबर 2017 में ऑडिट हुआ था. ऑडिट में ढांचागत त्रुटि नहीं मिली थी.’’
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि 2000 पुलों और 550 आरओबी में यह भी ढांचा था, जिसकी पिछले साल पूरी तरह जांच की गयी थी. उन्होंने कहा कि सभी पुलों का साल में कम से कम दो बार निरीक्षण होता है. एक बार मानसून से पहले और एक बार मानसून के बाद. साथ ही, कुछ ढांचों का निरीक्षण लगातार किया जाता है.
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हादसा कैसे हुआ. रेलवे ने पांच साल में कम से कम एक बार 10,000 पुलों और 2870 रोड ओवरब्रिज के निरीक्षण का लक्ष्य तय किया है.