Municipal Medical Teachers Association: म्युनिसिपल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (एमएमटीए) ने बीएमसी (BMC) की ओर से अपनी सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 64 करने के फैसले के खिलाफ आज आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. इस मांग को लेकर मेडिकल टीचर्स ने बीएमसी के आयुक्त से मुलाकात भी की थी. इस मुलाकात के बाद भी कोई प्रतिक्रिया ना मिलने पर कल सभी शिक्षक विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं. 


इस संगठन में एक हजार से ज्यादा शिक्षक शामिल हैं. सभी प्रोफेसर डॉक्टर हैं, डॉक्टर रविन्द्र दियोकर जो सिक्रेटेटी हैं एमएमटीए के उन्होंने एबीपी न्यूज को बताया के ये निर्णय जूनियर पर नाइंसाफी करता हैं. 27 फरवरी रात को अचानक से इस सर्कुलर पर साइन किया जाता है और फिर 28 से इस लागू भी किया जाता हैं. प्रशासन लागू होने के बाद ऐसा कदम क्यों बीएमसी उठा रही है. 


बीएमसी आयुक्त को निवेदन भी दिया था- डॉक्टर


वहीं, सेवानिवृति की आयु 62 से 64 कर दी गई. क्टर रविन्द्र दियोकर ने आगे कहा, इस निर्णय के कारण मेहनती युवा डॉक्टरों के साथ न इंसाफी हो रही है. हम सब ने मिलकर इकबाल सिंह चहल, बीएमसी आयुक्त को निवेदन भी दिया था लेकिन अब तक कोई जवाब सामने नहीं आया हैं.


डीन या हेड ऑफ डिपार्टमेंट के लिए लिया गया फैसला?


डॉक्टर वाडे जो एमएमटीए संगठन के ज्वाइंट सेक्रेटरी हैं उन्होंने एबीपी न्यूज को बताया के जब वो बीएमसी में नगर सेवक थे तब स्थाई समिति की मीटिंग में भी इसका मुद्दा उठाया गया था. क्या ये निर्णय सिर्फ डीन या हेड ऑफ डिपार्टमेंट के लिए लिया गया है? असलियत में जब कोरोना काल आया था तब नौजवान डॉक्टर अस्पताल आते थे ना कि 55 या 60 साल के डॉक्टर. इसके बावजूद युवाओं को कुछ नहीं दिया गया. यह निर्णय सिर्फ डिपार्टमेंट में मौजूद वरिष्ट लोगों के फायदे के लिए हैं. इस मुद्दे को लेकर हम मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से बात करने जा रहे हैं लेकिन हम रुकेंगे नहीं. हम हाई कोर्ट में अपील करेंगे और अगर हमारी बात नही मानते हैं तो हम सभी एक साथ मिल कर जॉब छोड़ देंगे.


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