मुरली मनोहर जोशी-लालकृष्ण आडवाणी को दिया गया राम मंदिर के उद्घाटन का न्योता, पहले की गई थी नहीं आने की अपील
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया था कि लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी स्वास्थ्य संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे
Ram Mandir Inaguration: राम मंदिर बनाए जाने को लेकर आंदोलन करने वाले वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी-लालकृष्ण आडवाणी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 के दिन राम मंदिर उद्घाटन समारोह में आने का न्योता दिया गया है.
विश्व हिंदु परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा लाल कृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी को अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया. रामजी के आंदोलन के बारे में बात हुई. दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वह आने का पूरा प्रयास करेंगे.'
पहले की गई थी नहीं आने की अपील
इससे पहले राम मंदिर के निर्माण के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि हमने उनसे उम्र संबंधी कारणों की वजह से यहां नहीं आने की अपील की है. उन्होंने कहा, “प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी. प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी को शुरू होगी जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी,” जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे.
उन्होंने इस कार्यक्रम में आमंत्रित किये गये लोगों का विस्तृत विवरण देते हुए कहा, 'दोनों (आडवाणी और जोशी) परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है.'
किस-किस को भेजा गया है निमंत्रण?
चंपत राय ने आगे बताया, 'विभिन्न परंपराओं के 150 साधु-संतों और छह दर्शन परंपराओं के शंकराचार्यों सहित 13 अखाड़े इस समारोह में भाग लेंगे. कार्यक्रम में लगभग चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा 2200 अन्य मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है.'' राय ने बताया कि काशी विश्वनाथ, वैष्णोदेवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों, धार्मिक और संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया है.'
प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी. वहीं, 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे.
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